अंडमान-निकोबार द्वीप के समुद्री तट
भारत के शानदार समुद्री तट-4
लगभग 300 छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बना है भारत का यह केन्द्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands)। ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। यहां की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है।अंडमान शब्द मलय भाषा के शब्द हांदुमन से आया है जो हिन्दू देवता हनुमान के नाम का परिवर्तित रूप है। निकोबार शब्द भी इसी भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है नग्न लोगों की भूमि। इसे गार्डन ऑफ ईडन भी कहा जाता है। कहीं उल्लेखित है कि श्रीलंका के आसपास ही कहीं 'आदम' का जन्म हुआ था।उष्ण कटिबंधी वर्षा वन और बंगाल की खाड़ी के कारण यहां पौधों, जंतुओं तथा समुद्री जीवन की विविधता और सुंदरता देखते ही बनती है। अपने किनारों पर पाम वृक्षों के साथ यहां का संगमरमरी सफेद तट ऐसा लगता है मानों स्वर्ग का कोई राज्य हो। जनजातीय तबलों की ताल के बीच रंगबिरंगी मछलियां साफ-स्वच्छ चमकीले पानी में नृत्य करती हुई नजर आती हैं। यहां के प्रमुख तट है- कोर्बिन कोव और चिरायाटापू, हरमिंदर बे तट, करमतांग तट, राधानगर और विजयनगर तट, रामनगर तट और इसके अलावा एक समुद्री पार्क है वंडुर नेशनल पार्क।1.
कोर्बिन कोव और चिराया टापू : कोर्बिन कोव और चिराया टापू धूप सेकने का एक सबसे सुंदर और आदर्श स्थान है। समुद्र की तेज लेकिन संगीतमय आवाज और चिड़ियों की चहचहाहट जब कानों में घुलती है, तो लगता है कि दूर ही हमारे ही भीतर से आत्मा की आवाज आ रही हो। यहां के घने मेनग्रूव जंगल भिन्न-भिन्न प्रकार के पक्षियों का घर हैं, जो पर्यटकों के लिए किसी अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। 2.
हरमिंदर बे तट : ताजे नारियल के पानी से गले को तर कर आप यहां समुद्र की तरंगों में डॉल्फिन मछलियों के बीच तैरने का मजा ले सकते हैं। पोर्टब्लेयर से 100 किलोमीटर की दूरी पर हट बे में स्थित है हरमिंदर बे तट जहां इस अंतरद्वीप पर नाव सेवा के जरिए ही पहुंचा जा सकता है।3.
करमतांग तट : इस तट पर बड़ी संख्या में कछुए हैं जिन्हें देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। इस द्वीप के रेतीले तट कछुओं के घर बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां कछुओं की कुछ महत्वपूर्ण प्रजातियों में हैं- जैसे लैदर बैक कछुआ, समुद्री हरा कछुआ, हॉक बिल कछुआ और ओलिव रिडली कछुआ, वॉटर मॉनिटर लिजार्ड, सॉल्ट वॉटर में रहने वाला घडि़याल और रेटिकुलेट पायटन आदि। यह तट माया बंदर में स्थित है जो अंडमान के मध्य में उत्तर दिशा में सड़क द्वारा 240 किलोमीटर की दूरी पर तथा पोर्ट ब्लेयर से नाव द्वारा 136 किलोमीटर की दूरी पर है।4.
राधानगर और विजयनगर तट : सभी प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां के पवित्र, अछूते तट अत्यंत सुंदर और आकर्षण का केन्द्र हैं। यहां उष्ण कटिबंधी हरियाली और शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर एक पृथक आवास व्यवस्था है। यह है एक आदर्श हॉली-डे स्थल। राधानगर और विजयनगर तट हवे लोक में स्थित हैं।5.
रामनगर तट : सुंदर रेत से भरा हुआ रामनगर तट आपके के अशांत चित्त को शांत करने में सक्षम है। यदि छुट्टियां बिताने का सोच रहे हैं तो पहुंच जाएं और फिर यहां के ढे़र सारे और भिन्न-भिन्न पक्षियों की खोज में जुट जाएं। यहां का साफ पानी और पाम के वृक्षों से सजे हुए तट आपके अनुभव को चार चांद लगा देंगे।5.
वंडुर नेशनल पार्क : यह पार्क वन्य जीवन अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध है। वंडुर नेशनल पार्क में लगभग 12 द्वीप हैं और यह पोर्ट ब्लेयर के दक्षिण-पश्चिम में लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह भारत के सर्वोत्तम समुद्री पार्क में से एक है। इस द्वीप में अधिकांश भाग में उद्यान है जो घने पेड़ों से युक्त हैं, यहां के खुले स्थान भी झाड़ियों और लताओं से भरे पड़े हैं। घने वृक्ष, लता और झाड़ियों के कारण यहां पक्षियों की आवाज तो सुन सकते हैं लेकिन उन्हें देखना मुश्किल ही है। शाखाएं और बेलें समुद्र के ऊपर टंगी हुई दिखाई देती हैं।निश्चित ही अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर छुट्टियां िबताना किसी स्वर्ग में रहने से कम नहीं है। यहां रहने का अनुभव आप जीवन भर भूल नहीं सकते। आध्यात्म की तलाश करने वालों के लिए यह सबसे उपयुक्त स्थान है। निश्चित ही यहां रहकर मोक्ष पाया जा सकता है।-
अनिरुद्ध जोशी 'शतायु'