प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय यात्रा के तहत गुरुवार यानी 3 जुलाई 2025 को त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो की आबादी लगभग 13 लाख है। इसमें सबसे ज्यादा आबादी ईसाई धर्म को मानने वालों की है जो 55.2 फीसदी है। जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के लोग हैं। इसमें से भी 18.2 फीसदी और 5 फीसदी मुस्लिम हैं। इसके अलावा 21.6 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो किसी भी धर्म को नहीं मानते हैं। यहां हिंदू धर्म देश का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है।
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कैसे आए यहां पर हिंदू?
दक्षिण अमेरिका द्वीप में भारतीय मूल के लोग करीब 200 वर्ष पूर्व गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो गए थे। यहां के लोग भारतीय संस्कृति और सभ्यता से आज भी गहराई से जुड़े हुए हैं। 1834 के बाद ब्रिटिश काल में अंग्रेजों ने त्रिनिदाद और टोबैगो में गन्ने की खेती में काम करने के लिए भारत से भारतीय मजदूरों को यहां भेजा गया था। यहां पर आकर भारतीयों ने अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने न केवल अपना मकाम हासिल किया बल्कि उन्होंने अपनी भाषा, रीति-रिवाज, व्रत त्योहार, धर्म और संस्कृति को भी जीवित रखा। आज हनुमान मंदिर, शिव मंदिर, और कई अन्य धार्मिक स्थल वहां के देश की पहचान बन चुके हैं। करीब 300 से अधिक यहां मंदिर है। त्रिनिदाद का हनुमान मंदिर, जो 85 फीट ऊंचा है यहां की मुख्य पहचान है। हालांकि एक समय पहले हिंदू त्रिनिदाद और टोबैगो की आबादी का 22 प्रतिशत से अधिक था लेकिन ईसाई धर्मांतरण के चलते यह जनसंख्या घटकर 18.2 प्रतिशत रह गई।
अंग्रेजी यहां की औपचारिक भाषा है, लेकिन डच, हिंदी, भोजपुरी, स्पेनी भाषा भी बोली जाती है। हालांकि त्रिनिदाद में अंग्रेजी का रूप अलग है इसे त्रिनिदाद में क्रेओले और तोबागोना में तोबागोना क्रेओले कहते हैं। यहां की राष्ट्रपति राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर भारतीय मूल की हैं।
पर्यटन स्थलों की जानकारी:
कैरिबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो पूरी तरह से आइलैंड पर बसा है। यहां पर मंदिर और चर्च के अलावा देखने और घूमने के लिए बहुत ही शानदार समुद्री तट हैं।
1. कार्निवल: त्रिनिदाद और टोबैगो अपने जीवंत कार्निवल समारोहों के लिए जाना जाता है, जो फरवरी या मार्च में होते हैं। यदि आप संगीत, नृत्य और रंगीन वेशभूषा के प्रशंसक हैं, तो कार्निवल एक ऐसा अनुभव है जिसे आप मिस नहीं कर सकते।
2. समुद्र तट: त्रिनिदाद और टोबैगो में कैरिबियन के कुछ सबसे खूबसूरत समुद्र तट हैं। लोकप्रिय विकल्पों में त्रिनिदाद में माराकास बीच और टोबैगो में पिजन पॉइंट बीच शामिल हैं। इसके अलावा उत्तरी तट समुद्र तट, यारा बीच, 100 स्टेप्स बीच, लास क्यूवास।
3. वन्य जीवन: त्रिनिदाद और टोबैगो में पक्षियों, बंदरों और समुद्री कछुओं सहित कई तरह के वन्यजीव पाए जाते हैं। आप त्रिनिदाद में कैरोनी पक्षी अभयारण्य में जाकर लाल रंग के आइबिस के झुंड देख सकते हैं या समुद्र तट पर चमड़े के कछुओं को घोंसला बनाते हुए देखने के लिए टोबैगो जा सकते हैं।
4. खाना: त्रिनिदाद और टोबैगो में एक समृद्ध पाक संस्कृति है, जो अफ्रीकी, भारतीय और यूरोपीय परंपराओं से प्रभावित है। कुछ ज़रूर आज़माए जाने वाले व्यंजनों में रोटी, डबल्स और बेक और शार्क शामिल हैं। यहां शाकाहारी भोजन भी आपको मिल जाएगा।
5. संस्कृति: त्रिनिदाद और टोबैगो संस्कृतियों का एक मिश्रण है, जिसमें अफ्रीका, भारत, यूरोप और कैरिबियन का प्रभाव है। आप पोर्ट ऑफ़ स्पेन में राष्ट्रीय संग्रहालय और कला दीर्घाओं जैसे संग्रहालयों में देश के इतिहास और संस्कृति का पता लगा सकते हैं।
6. ईको-टूरिज्म: त्रिनिदाद और टोबैगो अपने शानदार वानिकी, झरनों और लंबी पैदल यात्रा के रास्तों के लिए जाना जाता है। पास के रास्ते चांसलर हिल के ऊपर पाइंस, बांस कैथेड्रल और चगुआरामास में ट्रैकिंग स्टेशन हैं। निर्देशित पर्यटन की व्यवस्था की जा सकती है।
7. झरने: एवोकैट फॉल्स, 3 पूल, एंजेल फॉल्स, टुरुरे वाटर स्टेप्स, रियो सेको, कोविग्ने गॉर्ज।
Anirudh joshi