बम-धमाकों और मिसाइलों के बीच भी कम नहीं हुई ‘फूलों की महक’, यूक्रेन के ‘वॉर जोन’ में लड़की बेच रही है फूल
रूस के हमलों के बाद यूक्रेन में हालात बहुत भयावह हो चुके हैं। लोग अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं। लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में यूक्रेन को छोड़कर जा रहे हैं।
जाहिर सी बात है कि जिस जगह पर सिर्फ धमाकों की आवाज सुनाई दे रही हो, जो शहर एकदम वीरान हो गया हो। जहां चारों तरफ लाशें नजर आ रही हो भला वहां कौन रहना चाहेगा।
ऐसे मुश्किल हालातों में भी एक 25 वर्षीय एंजेला कालिसनिक नाम की लड़की फ्रंटलाइन से थोड़ी ही दूर ट्यूलिप और गुलाब के फूल बेच रही है।
इस लड़की ने कहा कि हमें नहीं पता था कि युद्ध आ रहा था, हमारे इलाके में फूल खिलते रहते हैं और हम उन्हें फेंकना नहीं चाहते।
सुनसान शहर की चौड़ी सड़कों पर बर्फ गिरती है और कड़कड़ाती ठंड में गिने-चुने लोग ही बाहर निकलते हैं। शहर के बाहर, सैनिक रूसी सेना पर से लड़ रहे हैं। लेकिन अभी भी कालिसनिक की दुकान के अंदर, रंग-बिरंगे गुलदस्ते दीवार पर लगे हैं।
कालिसनिक का कहना है कि 24 फरवरी को रूस (Russia) द्वारा उसके देश पर आक्रमण करने के एक हफ्ते बाद उसने अपनी दुकान बंद कर दी, लेकिन फिर वापस खोलने का फैसला किया। उसने कहा कि "युद्ध युद्ध है, लेकिन लोग ऐसे मौकों पर भी जीना जारी रखते हैं," जैसे कि कई सैनिक मंगलवार को महिला दिवस के लिए अपनी गर्लफ्रेंड के लिए फूल खरीदने के लिए उमड़ पड़े। कई दिनों तक, रूसियों ने माइकोलाइव पर बमबारी की है, जो काला सागर तट से लगभग 130 किलोमीटर ओडेसा के रणनीतिक बंदरगाह शहर की सड़क पर स्थित है।
बता दें कि यूक्रेन में बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन ने कई शहरों को खाली कर दिया है। नतीजतन अधिकांश दुकानें बंद हैं, हालांकि सुपरमार्केट खुले हैं। अब पास्ता, चावल और डिब्बाबंद भोजन के सहारे काम चलाया जा रहा है।