बिहार : कल बहुमत परीक्षण से पहले नया सियासी ट्विस्ट, अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद स्पीकर नहीं देंगे इस्तीफा
पटना। बिहार (Bihar) में स्पीकर विजय सिन्हा ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के कारण इस्तीफा देने से मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचेगी। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव झूठे आरोपों पर आधारित है। 40 से अधिक विधायकों ने विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि जो उन्हें नोटिस दिया गया है वह नियमों और प्रावधान के खिलाफ है। 10 अगस्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़कर सात पार्टी के महागठबंधन के साथ मिलकर नई सरकार बना ली थी।
नई सरकार के गठन के तुरंत बाद महागठबंधन के 40 से अधिक विधायकों ने विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इस्तीफे से इंकार के बाद अब बिहार में बड़ा संवैधानिक संकट गहरा रहा है।
नवगठित महागठंधन की सरकार को बहुमत साबित करने से 1 दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि वह सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायकों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद इस्तीफा नहीं देंगे।
भाजपा नेता ने दावा किया कि उनके खिलाफ लाया गया प्रस्ताव झूठे आरोपों पर आधारित है और विधायी नियमों की परवाह किए बिना लाया गया है, और पद छोड़ने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में लगता है कि नियमों (संसदीय नियम) की परवाह नही की गई है, मुझ पर पक्षपात और तानाशाही रवैये का आरोप लगाया गया है। दोनों आरोप साफ तौर पर झूठे हैं। ऐसी परिस्थितियों में इस्तीफा देने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंचेगी। यह पूछे जाने पर कि बुधवार को उनकी पार्टी का क्या रुख क्या होगा इस पर अध्यक्ष ने कोई टिप्पणी नहीं की।
सिन्हा ने कहा कि मैं वर्तमान में कुर्सी पर आसीन हूं और संवैधानिक पद से जुड़े मानदंडों से बाध्य रहूंगा। मेरी प्राथमिकता नियमों के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा।