यूपी में स्कूली शिक्षा में बदलाव, एनसीईआरटी की पुस्तकों से होगी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा की इस साल से यूपी बोर्ड में एनसीईआरटी की पुस्तकें ही कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए प्रयोग में ली जाएंगी। उत्तरप्रदेश सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड (यूपी बोर्ड) ने फरवरी में इस बात की घोषणा की थी कि एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित पुस्तकें अगले सत्र से उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएंगी।
उत्तरप्रदेश के सरकारी विद्यालयों में इसी साल (2018) से 10वीं और 12वीं के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों का प्रयोग अनिवार्य कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने नीति आयोग को यह भी बताया की अब से सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को 190 दिन की जगह 220 दिन की कक्षाएं लेनी होंगी।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस फैसले से राज्य के 23900 विद्यालयों में कक्षा 10वीं और 12वीं में पढ़ रहे लगभग एक करोड़ विद्यार्थियों का फायदा होगा। यह फैसला नई दिल्ली में हुई नीति आयोग की बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपास्थिति में लिया गया है।
योगी आदित्यनाथ ने इस बात की भी घोषणा की कि उनकी सरकार उत्तरप्रदेश के सभी सरकारी विद्यालयों के छात्रों को यूनिफार्म, जुते, स्वेटर्स, मोज़े और पुस्तकें भी उपलब्ध कराने में मदद करेगी।