उत्तराखंड में तबाही की तस्वीरें, भारी बारिश और भूस्खलन से हालात बेकाबू, सेना को मदद के लिए बुलाया (देखें फोटो)
उत्तराखंड में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से हालात बेकाबू हो गए हैं। कुमाऊं में कुदरत का कहर इंसानों पर मौत बनकर टूट रहा है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया क्षेत्र के गांव में 2 लोगों के मलबे में दबने की खबर है।
तल्ला रामगढ़ में आने वाले जमरानी गांव में 5 लोगों के मकान के मलबे में दबने की सूचनाएं मिल रही हैं। थलाड़ गांव में हयात सिंह के मकान में 5 लोगों के दबने की खबर है। अल्मोड़ा जिले के भिकियासैण के गांव में एक ही परिवार के 3 लोगों के मलबे में दबने की खबर आ रही है। जिसमें चाची और दो भतीजी शामिल हैं। मदद के लिए को बुलाना पड़ा है।
नैनीताल शहर का देश के बाकी हिस्सों से सड़क संपर्क टूट चुका है। नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा तबाही की खबरें निकलकर सामने आ रही हैं। रामगढ़ ब्लॉक में एक मकान के ऊपर मलबा गिरने से 12 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। सड़क टूटने के चलते रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
रानीखेत से आर्मी की डोगरा रेजीमेंट के जवानों को रेस्क्यू और राहत कार्य के लिए बुलाया गया है। नैनीताल के एसडीएम प्रतीक जैन ने बताया कि सड़क मार्ग बंद होने के चलते राहत-बचाव कार्य में देरी हो रही है। आर्मी और एयरफोर्स के जवानों के आने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखंड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और संचालित बचाव व राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
रामनगर के लेमन ट्री रिजॉर्ट में करीब 100 सैलानी और स्टाफ फंसे हुए हैं। रिजॉर्ट में कोसी नदी का पानी घुस गया है। जिला प्रशासन के अधिकारी उन्हें रेस्क्यू करके बाहर निकलने के प्रयास में जुटे हैं। बहरहाल सभी फंसे हुए लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं। यह रिजॉर्ट मोहान गांव में स्थित है, जो कॉर्बेट की सीमा से लगा हुआ है। रिजॉर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिसिंह मान ने जानकारी दी है कि सभी सुरक्षित हैं। (सभी फोटो : एन. पांडेय)