आंध्रप्रदेश में तेदेपा नेता के काफिले पर हमला, जगनमोहन रेड्डी पर फासीवादी शासन का आरोप
अमरावती। आंध्रप्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चित्तूर जिले में तेदेपा के नेताओं के काफिले पर कथित तौर पर हमला किया जिसमें एक नेता के सिर में चोट आई और 4 कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। विपक्षी पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी है।
हिंसा को कैमरे में कैद करने की कोशिश कर रहे कुछ मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया गया और तेलुगु टीवी चैनलों के संवाददाताओं के कैमरे व फोन तोड़ दिए गए। इसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। तेदेपा महासचिव एन. किशोर कुमार रेड्डी की अगुवाई में पार्टी नेता घटनास्थल पर धरने पर बैठ गए जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर किया।
किशोर कुमार रेड्डी पूर्व मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के छोटे भाई हैं। तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने किशोर तथा अन्य नेताओं से फोन पर बात कर घटना के बारे में जानकारी ली। यह घटना अंगाल्लू क्रॉस रोड्स पर तब हुई, जब तेदेपा के नेता बी. कोठकोटा गांव से लौट रहे थे, जहां वे पार्टी के एक कार्यकर्ता के निधन के बाद परिवार को सांत्वना देने गए थे।
तेदेपा के प्रदेश प्रमुख के. अचन्नायडू ने आरोप लगाया कि जब गाड़ियां अंगाल्लू पहुंचीं तो वाईएसआरसी के करीब 200 कार्यकर्ताओं ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि पथराव में किशोर रेड्डी और पार्टी के कोडपा जिले के प्रमुख श्रीनिवासुलू रेड्डी की कार समेत 4 गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया।
उन्होंने बताया कि पथराव में वरिष्ठ नेता आर. मधुबाबू को सिर में चोट आई है जबकि पार्टी के कुछ कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं। एक बयान में चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि तेदेपा नेताओं पर हमला वाईएस जगनमोहन रेड्डी के 'फांसीवादी शासन' को दिखाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून का शासन नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। चित्तूर के पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी तत्काल प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं थे। (भाषा)