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Last Modified: मंगलवार, 18 जनवरी 2022 (20:01 IST)

सामुदायिक पुलिसिंग के तहत महिला सुरक्षा एवं साइबर अपराध पर सेशन

सामुदायिक पुलिसिंग के तहत महिला सुरक्षा एवं साइबर अपराध पर सेशन - Session on women safety and cyber crime under community policing
इंदौर। खंडवा रोड स्थित रानीबाग सैक्टर-B रहवासी संघ द्वारा महिलाओं के विरुद्ध घटित सायबर अपराधों की रोकथाम हेतु समाज में एक सकारात्मक माहौल बनाने के उद्देश्य से जन-जागरूकता अभियान के तहत महिलाओं के विरुद्ध साइबर सुरक्षा विषय पर एक सेशन का आयोजन राष्ट्रीय स्तर सायबर एक्सपर्ट व काउंसलर प्रो. गौरव रावल व सीनियर इंस्पेक्टर सुश्री शैलजा भदौरिया, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (PTC) के सहयोग से किया गया।
 
सेशन की शुरुआत में इंस्पेक्टर सुश्री शैलजा भदौरिया ने कहा कि इस आधुनिक तकनीकी सायबर की आभाषी दुनिया में कई सुविधाओं के साथ-साथ हमें कई प्रकार की परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। अपराधी तत्व द्वारा इन तकनीकों का सहारा लेकर कई प्रकार की नई चुनौतियां पुलिस व समाज के सामने पेश करते रहते है, जिनसे महिलाएं भी अछूती नहीं है।
 
म.प्र. शासन व पुलिस द्वारा महिला अपराधों की रोकथाम व सुरक्षा के लिए एक जागरूकता के तहत महिलाओं को उनके घर से लेकर स्कूल/कॉलेज, कार्यस्थल से सायबर वर्ल्ड तक उन्हें सुरक्षित माहौल मिले इसके लिए जागरूकता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी परिपेक्ष्य मे इस सेशन का आयोजन किया गया है।

सायबर एक्सपर्ट गौरव रावल ने उक्त वेबिनार के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में अपराधों के तरीके बदल गए हैं। अपराधी अब नई-नई तकनीकों का सहारा लेकर, नित नए प्रकार के सायबर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं, जिसमें उनके सॉफ्ट टारगेट्स बच्चे, महिलाएं एंव बुजुर्ग लोग रहते हैं। महिलाओं के सायबर वर्ल्ड से जुड़ने से उनके साथ सायबर अपराध होने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं, जिनसे हम सावधानी रख कर ही बच सकते हैं। 
 
उन्होंने बताया कि अपनी गोपनीय जानकारी इनपर शेयर करने से बचे जिससे हम होने वाले क्राइम/फ्रॉड से बच सकते हैं एवं दूसरों को भी जागरूक कर सकते हैं और यदि आपके साथ कोई सायबर क्राइम घटित हो भी जाए तो पुलिस की विभिन्न सायबर इकाइयां, सायबर हेल्पलाइन या थानों पर तैनात तकनीकी टीम से संपर्क कर, उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराएं, जिससे आपकी मदद की जा सके।
उक्त सेशन में सीनियर इंस्पेक्टर सुश्री शैलजा भदौरिया ने समस्त लोगों को सामुदायिक पुलिसिंग से परिचय करते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया तथा कहा कि जिस प्रकार हम इस आधुनिक युग में तकनीकों का उपयोग कर रहे है तो हमें नए-नए अपराधों से भी सामना करना पड़ सकता है। वर्तमान युग में सायबर सुरक्षा के बगैर हमारी सुरक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती है, इसलिए आवश्यक है कि हम इस ओर पूरी सतर्कता के साथ हर बात का ध्यान रखें।
 
उन्होंने कहा कि इसीलिये इस प्रकार के सेशन व प्रशिक्षणों का समय-समय पर आयोजन किया जाता है, जिससे कि हम इन बारीकियों के प्रति जागरूक हो सकें। कार्यक्रम के प्रारंभ में रानीबाग रहवासी संघ की और से सुश्री पम्मी नारंग द्वारा अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया गया। इस अवसर पर रानीबाग सैक्टर-B रहवासी संघ की महिलाओं, बच्चों व वारिष्ठों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। सायबर क्राइम से संबंधित विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए वरिष्ठ समाजसेवी गुरमीत सिंह ने प्रो. गौरव रावल को धन्यवाद दिया।
 
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