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Last Modified: रविवार, 12 जून 2022 (18:20 IST)

रांची हिंसा : 22 नामजद सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ अब तक 25 FIR दर्ज, कई थाना इलाकों में हटाया गया कर्फ्यू

रांची हिंसा : 22 नामजद सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ अब तक 25 FIR दर्ज, कई थाना इलाकों में हटाया गया कर्फ्यू - ranchi ranchi violence police registered 25 fir against 22 named hundreds unknown curfew lifted in many areas
रांची। भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं निष्कासित नेता नवीन जिंदल की मोहम्मद साहब पर बयान के बाद झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद स्थिति में तेजी से हो रहे सुधार को देखते हुए रविवार दोपहर जिला प्रशासन ने 12 में से 6 थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटा लिया। पुलिस ने हिंसा के मामले में जांच का दायरा बढ़ाते हुए 25 एफआईआर दर्ज की हैं जिनमें 24 नामजद समेत सैकड़ों लोगों को आरोपी बनाया गया है।
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि रांची में स्थिति में सुधार को देखते हुए 12 में से 6 थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटाने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि आज दोपहर से मेन रोड और आसपास के 6 थाना क्षेत्रों को छोड़कर शहर के अन्य 6 थाना क्षेत्रों से निषेधाज्ञा हटा ली गई। उन्होंने बताया कि अपराह्न 1 बजे से शाम 5 बजे तक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को अपने आवश्यक कार्यों के लिए घरों से बाहर निकलने की इजाजत दी गई लेकिन सभी को यह निर्देश है कि वे किसी भी हाल में चार से अधिक की संख्या में एकसाथ बाहर न निकलें।
 
इस बीच राजेन्द्र आयुर्विग्यान संस्थान के प्रवक्ता डॉ. डी के सिन्हा ने बताया कि संस्थान में भर्ती 13 घायलों में से 6 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि भर्ती घायलों में अभी एक घायल नदीम अंसारी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे अस्पताल के गहन चिकित्सका इकाई (आइसीयू) में भर्ती किया गया है।
 
इससे पूर्व रांची समेत राज्य के सभी भागों में तनाव में कमी को देखते हुए राजधानी रांची में पिछले छत्तीस घंटे से बंद इंटरनेट सेवा आज तड़के बहाल कर दी गयी। दूसरी ओर रांची और आसपास के इलाकों में अर्धसैनिक बलों एवं पुलिस की भारी तैनाती यथावत् जारी रखी गयी है।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक (कार्रवाई) एवी होमकर ने बताया कि रांची में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ द्वारा किए गए पथराव, तोड़फोड़ और हिंसा के सिलसिले में कार्रवाई में तेजी लाते हुए पुलिस ने 24 नामजद समेत 5 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ अब तक 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शनिवार को हिरासत में लिए गए 6 व्यक्तियों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
 
होमकर ने बताया कि राजधानी रांची समेत पूरे प्रदेश में स्थिति शांतिपूर्ण एवं नियंत्रण में है तथा पिछले 24 घंटे के दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि इसे देखते हुए आज तड़के पांच बजे से राजधानी रांची में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई।
 
उन्होंने बताया कि उपद्रवियों की हिंसा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए की गयी पुलिस की कार्रवाई में 11 पुलिसकर्मियों समेत 24 व्यक्तियों शुक्रवार को रांची में घायल हो गये थे। उन्होंने बताया कि इनमें से शुक्रवार देर रात्रि दो व्यक्तियों की मौत हो गई थी जिससे पूरे शहर में तनाव व्याप्त हो गया था, जिसके चलते रांची में शनिवार को 12 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि वहीं पूरे रांची जिले में शुक्रवार शाम ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।
 
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं महानिरीक्षक (कार्रवाई) एवी होमकर ने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा और उसको नियंत्रित करने के लिए की गयी पुलिस कार्रवाई में घायल दो लोगों की देर रात्रि मृत्यु हो गई थी। 
 
होमकर ने बताया कि रांची के मेन रोड क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई बल (त्वरित र्कारवाई बल) की दो कंपनियों की तैनाती फिलहाल बरकरार रखी गई गई है। उन्होंने बताया कि उनके अलावा मेन रोड और आसपास के संवदेनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग तीन हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि आज सुबह से त्वरित कार्रवाई बल एवं अर्धसैनिक बलों का मेन रोड और आसपास की गलियों में फ्लैग मार्च आज भी निकाला गया।
 
पुलिस प्रवक्ता होमकर ने बताया कि पुलिस की विशेष जांच टीम हिंसा की जांच कर रही है और क्षेत्र के सभी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज एवं अन्य वीडियो को खंगाला जा रहा है और अपराधियों की पहचान की जा रही है जिससे उनकी गिरफ्तारी की जा सके।
 
इससे पहले झारखंड सरकार द्वारा शनिवार को हिंसा की घटना की जांच के लिए गठित दो सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति ने मामले की जांच प्रारंभ कर दी है। समिति को मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।

मुख्यमंत्री द्वारा गठित जांच समिति में राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल एवं अपर पुलिस महानिदेशक अभियान संजय लाटकर शामिल हैं। होमकर ने बताया कि पूरे राज्य में तनाव कम करने और पूर्ण शांति बहाली के लिए पुलिस प्रशासन की पहल पर आज रांची, जमशेदपुर समेत अनेक शहरों में विभिन्न समुदायों की बैठक भी आयोजित की जा रही है।
 
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा ने बताया कि मेन रोड क्षेत्र में लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए पचास मोटरसाइकिलों पर सशस्त्र पुलिस जवानों ने गश्त लगायी। राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा आज हिंसाग्रस्त मेन रोड पर स्वयं पहुंचे और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से स्थिति की जानकारी ली। सिन्हा ने मीडिया से बातचीत करते हुए लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की।
 
इस बीच कांग्रेस के विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने रांची हिंसा में मारे गये दो व्यक्तियों के परिवार को पचास-पचास लाख रुपये का हर्जाना देने और उनके एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की। अंसारी ने ट्वीट करके रांची के पुलिस अधिकारियों पर पक्षपात का भी आरोप लगाया है। (इनपुट भाषा)
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