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Last Updated : शनिवार, 29 जून 2019 (21:09 IST)

पुणे में भारी बारिश, दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत

Pune, rain। पुणे में लगातार बारिश के कारण दीवार गिरने से 15 लोगों की मौत - Pune, rain
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में शनिवार को लगातार जारी बारिश के कारण एक आवासीय परिसर की 22 फुट ऊंची एक दीवार के उससे सटी झोपड़ियों पर गिर जाने की घटना में 4 बच्चों सहित कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 अन्य घायल हो गए। रात को झोपड़ियों में सो रहे कई लोग इसके चपेट में आ गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
यह घटना कोंढवा में रात के 1.30 से 1.45 बजे के बीच हुई और मृतकों में मजदूर और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं जिनमें से अधिकांश बिहार से थे, जो निर्माणाधीन आवासीय परियोजना में अस्थायी आश्रयों में रह रहे थे। यहां गहरी खुदाई का काम चल रहा था।
 
पुणे नगर निगम के आयुक्त सौरभ राव ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या यह प्रतीत होता है कि मिट्टी खुदाई के काम के साथ भारी बारिश के कारण दीवार पर जमीन की पकड़ ढीली हो गई। खुदाई कार्य उस दीवार के करीब गैरजिम्मेदाराना तरीके से किया जा रहा था।
 
अधिकारियों ने बताया कि हादसा तब और भी भयावह हो गया, जब परिसर के अंदर दीवार से सटी खड़ी कई कारें भी झोपड़ियों पर गिर गईं। पुणे में शुक्रवार को 73.1 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जो 2010 के बाद से जून में हुई दूसरी सबसे अधिक बारिश है।
 
अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 15 लोगों की मौत हो गई और 3 को बचा लिया गया जिनमें से 2 का इलाज चल रहा है। जान-माल के नुकसान पर दु:ख व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
 
पुणे नगर निगम आयुक्त ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। राव ने कहा कि एल्कॉन स्टाइल्स सोसाइटी से सटे निर्माण स्थल पर गहरी खुदाई का काम चल रहा था। निर्माणाधीन स्थल और हाउसिंग सोसाइटी के बीच यह दीवार स्थित थी।
 
उन्होंने कहा कि भूस्खलन में 20-22 फुट की दीवार ढह गई और दीवार इसके साथ लगी मजदूरों की झोपड़ियों पर गिर गई। समिति अगले 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और रिपोर्ट के निष्कर्षों के अनुसार दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राव ने कहा कि अधिकांश मृतक बिहार निवासी हैं।
 
फडणवीस ने ट्विटर पर संवदेना जताते हुए कहा कि पुणे के कोंढवा की दीवार गिरने की घटना में जान-माल के नुकसान के बारे में जानकर बहुत दु:ख हुआ। मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूं। राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने भी इस घटना पर दु:ख व्यक्त किया।
 
उन्होंने एक बयान में कहा कि पुणे में एक आवासीय परिसर की एक दीवार के ढहने की घटना में महिलाओं और बच्चों सहित निर्दोष श्रमिकों की मौत के बारे में जानकर मुझे गहरा दु:ख हुआ और घटना में खोई हर जिंदगी अनमोल थी। मेरी संवदेना उन परिजनों के प्रति है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र सरकार से मृतकों और घायलों के परिवारों की हरसंभव मदद करने का आग्रह किया।
 
मृतकों की पहचान आलोक शर्मा (28), मोहन शर्मा (24), अमन शर्मा (19), रवि शर्मा (19) लक्ष्मीकांत सहनी (33), सुनील सिंह (35), ओवी दास (2), सोनाली दास (6), भीमा दास (38), संगीता देवी (26), अजीत कुमार शर्मा (7), रेखल कुमार शर्मा (5), निवा देवी (30), दीपरंजन शर्मा और अवधेश सिंह के रूप में हुई है।
 
पुणे जिले के अधिकारियों ने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। पुलिस ने बताया कि निर्माण स्थल पर काम करने वाले मजदूरों के लिए ये झोपड़ियां बनाई गई थीं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण दीवार गिर गई।
 
पुलिस के अनुसार 12 से 15 फुट लंबी दीवार का एक हिस्सा रात करीब 1.30 से पौने 2 के बीच ढह गया। पुलिस, दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों ने मौके पर पहुंच बचाव अभियान शुरू कर दिया है। कोंढवा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि हादसे में 15 लोग (4 बच्चों, 2 महिलाओं और 9 पुरुष) मारे गए और 3 अन्य घायल हुए हैं।
 
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पीड़ित बिहार और उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं। सभी घायलों को अस्तपाल में भर्ती कराया गया है। जिला कलेक्टर नवलकिशोर राम ने घटनास्थल का दौरा किया। हमने मामले में जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों को सजा दी जाएगी। (भाषा)
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