रायबरेली। उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) की 500 मेगावॉट की एक इकाई में बायलर फटने से कम से कम 20 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि 100 से अधिक गंभीर रूप से झुलस गए।
मारीशस दौरे पर गए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर हादसे को लेकर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवार को दो-दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद देने की घोषणा की। मामूली रूप से घायल लोगों को 25-25 हजार रुपए की मदद सरकार करेगी।
योगी ने प्रमुख सचिव गृह को राहत और बचाव कार्य में मुस्तैदी लाने को कहा है। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में किया जाएगा। रायबरेली के अलावा लखनऊ के सभी प्रमुख अस्पतालों को घायलों के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि हादसे में अब तक 20 लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि विभिन्न अस्पतालों में 100 से ज्यादा लोगों का इलाज चल रहा है। लखनऊ से राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की टीम राहत कार्य के लिए ऊंचाहर पहुंच गई है।
सूत्रों ने बताया कि 500 मेगावॉट की छह नंबर इकाई परीक्षण के दौर पर थी। इस बीच दोपहर करीब तीन बजे बायलर से निकलने वाली राख के पाइप में धमाका हुआ। उस समय वहां काफी संख्या में श्रमिक काम कर रहे थे।
तपती राख के मलबे में कई श्रमिक दब गए और वहां अफरातफरी मच गई। यह संयंत्र पिछली जुलाई में भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) और एनटीपीसी के सहयोग से लगाया गया था, जबकि यहां 1050 मेगावॉट का एक अन्य संयंत्र पहले से काम कर रहा था।
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम के अलावा केन्द्रीय सुरक्षाबलों ने राहत और बचाव कार्य की कमान संभाल ली। संयंत्र को सुरक्षाबलों ने अपने घेरे में ले लिया है। घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए 100 से अधिक एम्बुलेंस लगाई गई हैं। सूत्रों के अनुसार, हादसे में सहायक महाप्रबंधक स्तर के चार अधिकारी भी झुलसे हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
उधर, राज्यपाल रामनाईक ने हादसे पर दु:ख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। इस बीच, एनटीपीसी प्रशासन ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि राज्य सरकार की मदद से राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिस इकाई में हादसा हुआ वह अंडर ट्रायल थी। घटना की जांच की जाएगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर हादसे पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा, रायबरेली की घटना से मन विचलित है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ हैं। प्रशासन से निवेदन है कि घायलों को तत्काल मदद दी जाए।
इस बीच, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से घटना का ब्योरा लिया और घायलों को बेहतर इलाज देने को कहा। सिंह और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जिला प्रभारी मंत्री नंदगोपाल नंदी के अलावा संसदीय मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के अलावा वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर गए हैं।
रायबरेली के एक अस्पताल में भर्ती हरिनारायण ने कहा, दो सौ से ज्यादा श्रमिक बायलर के पास काम कर रहे थे। अचानक धमाका हुआ बायलर के पास काम करने वाले दूर जा गिरे। कुछ पूरी तरह झुलस गए, हम लोग जो थोड़ी दूर पर थे, कम झुलसे। मंजर बहुत भयानक था, भगवान जाने हम कैसे बच गए।
एक अन्य श्रमिक रामबाबू ने बताया, पाइप से निकली राख का मलबा जमीन में गिरे लोगों को अपनी चपेट में ले गया। कोई किसी की मदद नहीं कर पा रहा था। सभी वहां से बाहर निकलना चाहते थे। भगदड़ सी मच गई थी। कुछ लोग जमीन पर गिरे घायलों के ऊपर से निकल गए। (वार्ता)