महबूबा मुफ्ती ने कहा- 'अगर पुलिस के सब्र का बांध टूट गया तो लौट आएगा पुराना समय'
श्रीनगर में एक ऐतिहासिक मस्जिद के बाहर भीड़ ने गुरुवार देर रात एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) मोहम्मद अयूब पंडित की पत्थर मार-मारकर हत्या कर दी। इस घटना की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सहित कई लोगों ने निंदा की है। मुख्यमंत्री मुफ्ती ने इस घटना को 'शर्मनाक' करार दिया और कहा कि अगर पुलिस के सब्र का बांध टूट गया तो गंभीर प्रतिक्रिया हो सकती है।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसे 'भरोसे का कत्ल' बताया। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर पुलिस बड़े संयम से और रियासत के लोगों के हित में काम कर रही है। ऐसी घटनाओं से अगर पुलिस का सब्र जवाब दे गया, तो डर है कि पुलिस की सख्ती से फिर वही पुराना वक्त न लौट आए, जब सड़क पर पुलिस की जिप्सी देखकर लोग डर से भाग जाते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, जिस दिन उनका सब्र खत्म हो गया उस दिन मुझे लगता है कि चीजें मुश्किल हो जाएंगी। मैं लोगों से अपील करती हूं कि अब भी समय है और हमें समझना चाहिए। पुलिस बल हमारा अपना बल है, वे हमारे बच्चे हैं और उनके साथ इस तरह का व्यवहार शर्मनाक है।' महबूबा ने कहा कि अधिकारी निजी काम से मस्जिद नहीं गया था, बल्कि वह लोगों की जिंदगी की हिफाजत करने और अपनी ड्यूटी निभाने गया था।
मुख्यमंत्री महबूबा डीएसपी पंडित के जनाजे में भी शामिल हुईं। उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने भी कहा कि कानून को हाथ में लेने वालों के साथ राज्य सरकार सख्ती से पेश आएगी।