शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Maharashtra : fire at Bhandara District General Hospital
Written By
Last Updated : शनिवार, 9 जनवरी 2021 (09:48 IST)

भंडारा जिला अस्पताल में आग से 10 बच्चों की मौत, सीएम उद्धव ठाकरे ने दिए जांच के आदेश

भंडारा जिला अस्पताल में आग से 10 बच्चों की मौत, सीएम उद्धव ठाकरे ने दिए जांच के आदेश - Maharashtra : fire at Bhandara District General Hospital
मुंबई। महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में नवजात बच्चों की मौत पर दु:ख व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ठाकरे ने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बातचीत करके उन्हें जांच करने के लिए कहा है।
 
डॉक्टरों ने बताया कि पूर्वी महाराष्ट्र के भंडारा में जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई। नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी।

पीएम मोदी ने जताया दुख :  पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए मृतक बच्चों के परिजनों को सांत्वना दी है। पीएम मोदी ने लिखा, महाराष्ट्र के भंडारा में हुई हृदयविदारक घटना में हमने नवजातों का अनमोल जीवन खो दिया। मृतकों के परिजनों को सांत्वना और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
 
हादसे पर क्या बोले सिविल सर्जन : इससे पहले जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गयी। इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया।
 
उन्होंने बताया कि सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा, जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए। उन्होंने बताया कि इकाई के ‘इनबाउंड वार्ड’ से सात बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका।
 
खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की। वहां काफी धुआं हो रहा था।
 
ये भी पढ़ें
पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार दूसरे दिन भी स्थिर