मेरठ के ज्वेलर्स ने बनाई 5 करोड़ की हीरे जड़ित घड़ी, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
मेरठ के रैनानी ज्वेलर्स ने एक ऐसी घड़ी बनाई है, जो दुनिया में इकलौती है और इकलौती रहेगी। यह कलाई घड़ी भी है और कंगन भी। इसकी खासियत सुनेंगे तो दांतों तले उंगली दबा लेंगे और जब कीमत सामने आएगी तो रंज करेंगे कि काश हम भी इसे खरीद सकने की हैसियत में होते। खरीद-फरोख्त की बात करने से पहले इस घड़ी के बारे में जान लीजिए।
इस घड़ी का नाम रखा गया है श्रीनिका। यह श्रीणिका का अपभ्रंश है जिसका अर्थ होता है श्रीलक्ष्मी या भगवान विष्णु के हृदय में बसा कमल। श्रीनिका का सिर्फ एक पीस ही तैयार हुआ है और यूनिवर्स में इकलौता ही रहेगा। यह भविष्य के गर्भ में छिपा है कि यह किस भाग्यवान गृहलक्ष्मी की कलाई पर शोभायमान होता है।
खास बात यह है कि इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए सबमिट किया गया है जिसे स्वीकार भी कर लिया गया है। श्रीनिका को 40 से ज्यादा स्वर्ण शिल्पियों के हुनरमंद हाथों ने करीब एक साल में तैयार किया है। इस ब्रेसलेट का बेस अत्याधुनिक मशीनों से तैयार हुआ है लेकिन उसके बाद का पचास फीसदी काम हैंडमैड है।
अब तक आपकी जिज्ञासा बहुत बढ़ चुकी होगी कि आखिर यह कंगन घड़ी क्या विशेषता लिए हुए है। जान लीजिए कि श्रीनिका से पहले Aaron Shum Coronet घड़ी के नाम यह विश्व रिकॉर्ड है क्योंकि इसमें 15800 हीरे जड़े हुए हैं और इसकी कीमत है करीब पांच करोड़, जबकि मेरठ में बनी 373 ग्राम की श्रीनिका कंगन घड़ी में जड़े हैं हाथ से तराशे गए 17,524 हीरे और 113 कुदरती नीलम।
मेरठ में बनी इस शानदार घड़ी का एक ही पीस उपलब्ध होगा दुनिया में। दूसरी ऐसी घड़ी नहीं बनेगी। मेरठ के युवा व्यापारी हर्षित बंसल और रैनानी ज्वेलर्स ने पूरी दुनिया में ब्रेसलेट नुमा घड़ी बनाकर भारतवर्ष का नाम रोशन किया है। जिसके चलते मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन द्वारा उनका सम्मान किया गया है।
इस अवसर पर मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के संरक्षक रविप्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष प्रदीप कुमार अग्रवाल, महामंत्री विजय आनंद अग्रवाल, उपाध्यक्ष आकाश प्रकाश मांगलिक आदि उपस्थित रहे।
Edited By : Chetan Gour