• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Jammu and Kashmir violence, Kashmir, security forces
Written By Author सुरेश डुग्गर

कश्मीर में 2 और मौतों से आंकड़ा हुआ 78

कश्मीर में 2 और मौतों से आंकड़ा हुआ 78 - Jammu and Kashmir violence, Kashmir, security forces
श्रीनगर। कश्मीर में शनिवार को सुरक्षाबलों की कार्रवाई में दो और लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही पिछले 64 दिनों से लगातार फैली हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा 78 हो गया है। इनमें दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। कश्मीर में आज कई जगह कर्फ्यू पाबंदियां थीं और कई जगह अघोषित कर्फ्यू और बावजूद इसके हिंसा, झड़पें और आजादी समर्थक प्रदर्शन थम नहीं पाए थे।
कश्मीर में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच लगातार झड़पें जारी हैं। कश्मीर के शोपियां और अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 45 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
 
शनिवार को शोपियां के टुकरो गांव में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शन कर रहे लोगों को काबू में करने के लिए पुलिस को पैलेट गन और स्मोक शैल्स का इस्तेमाल करना पड़ा। इस हमले में 26 साल के सायर अहमद शेख की मौत हो गई है। फायरिंग के दौरान शेख के सिर पर टीयर स्मोक शैल लग गया था, जिसके बाद शनिवार को उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि 30 से ज्यादा लोग पैलेट गन से जख्मी हुए हैं।
 
वहीं अनंतनाग के बोटेंगो गांव में पुलिस और सुरक्षाबलों की फायरिंग में एक और नौजवान की मौत हो गई है। पुलिस को उग्र प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल करना पड़ा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यावर मुश्ताक के सीने और पेट में पैलेट लगी थी, वहीं 10 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल बताए जा रहे हैं। कश्मीर के हिल्लर डोरू गांव में एक दूसरे मामले में 5 नागरिक पैलेट गन से घायल हो गए हैं।
 
इस बीच श्रीनगर के पुराने शहर में आज फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। सुरक्षाबलों के हाथों हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों से घाटी में लगातार 64वें दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा। घाटी के प्रमुख शहरों और श्रीनगर के पुराने शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
 
कर्फ्यू और अलगाववादियों के बंद के आह्वान के कारण घाटी का जनजीवन बाधित है। घाटी में दुकानें, व्यावयायिक प्रतिष्ठान, स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिक संस्थान भी बंद रहे। सड़कों और गलियों में निजी वाहनों की आवाजाही देखने को मिल रही है, जबकि यात्री वाहन सड़कों से नदारद हैं।
 
याद रहे कि 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में हिंसा और तनाव बना हुआ है। कश्मीर में जारी हिंसा में अब तक 78 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और हजारों की संख्या में लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घाटी में शांति बनाए रखने की अपील की थी। 
 
वहीं हाल ही में कश्मीर में तनाव कम करने और शांति स्थापित करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भी कश्मीर गया था, हालांकि अलगाववादियों ने प्रतिनिधियों से मिलने से मना कर दिया था। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। हाल ही में हिंसा में मारे गए एक लड़के के परिवार से मिलने मुफ्ती पहुंची थीं, लेकिन प्रदर्शनकारियों की नाराजगी के चलते उन्‍हें वापस आना पड़ा था।
ये भी पढ़ें
कश्मीर के टूरिज्म पर 'पत्थर', विदेशियों ने बनाई दूरी