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Last Modified: श्रीनगर , मंगलवार, 19 जुलाई 2016 (22:03 IST)

कश्मीर घाटी में पांचवें दिन भी कर्फ्यू जारी, मृतकों की संख्या 45 पहुंची

कश्मीर घाटी में पांचवें दिन भी कर्फ्यू जारी, मृतकों की संख्या 45 पहुंची - Jammu and Kashmir, Hizbul Mujahideen, Burhan Wani,
श्रीनगर। जम्मू- कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से विरोध प्रदर्शनों और हिंसा की घटनाएं जारी है। काजीगुंड में गोलीबारी की घटना में 24 घंटे में तीन और लोगों की मौत हो जाने से अब तक मारे गए लोगों की संख्या 45 पर पहुंच गई है। 
इसके अलावा पूरी घाटी में पांच दिन से जारी कर्फ्यू से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। दक्षिण कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों और तहसीलों तथा श्रीनगर के शहर ए खास, पुराने इलाकों और सिविल लाइन्स के कुछ भागों में आज लगातार 11वें दिन कर्फ्यू जारी रहा।
 
श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग में काजीगुंड में प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए सुरक्षाबलों की गोलीबारी में कल एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि गंभीर रूप से घायल एक महिला ने आज दम तोड़ दिया जिसके बाद से यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। अलगाववादी संगठनों ने प्रदर्शन और कर्फ्यू 22 जुलाई तक के लिए बढ़ाने की घोषणा की है।
 
आधिकारिक सू्त्रों ने बताया कि ताजा हालात को देखते हुए घाटी में कर्फ्यू जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि घाटी भर में पथराव की घटनाओं को देखते हुए एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया जा रहा है।  अलगाववादी संगठन हुरियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़े बुरहान के मारे जाने के बाद से ही मिलकर प्रदर्शनों की तारीखों की घोषणा कर रहे हैं। 
 
इन्होंने अपनी हड़ताल 22 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है और लोगों से जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है। उधर सुरक्षाबलों के जवान श्रीनगर के शहर ए खास और पुराने इलाके में लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील कर रहे हैं। 
 
घाटी भर में मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद चल रही हैं। यहां केवल बीएसएनएल की प्रीपेड सेवाएं ही चालू हैं। लगातार जारी कर्फ्यू और प्रतिबंधों से आम नागरिकों को बेहद मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। नवाकदल के एक निवासी ने बताया कि पिछले 11 दिनों से यहां दैनिक जरूरत की वस्तुएं मसलन दूध, ब्रेड, सब्जियां, यहां तक कि दवाएं भी नसीब नहीं हो पा रही हैं। (वार्ता)
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