गुजरात के पूर्व CM केशुभाई पटेल का निधन
अहमदाबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 वर्ष की आयु में गुरुवार को निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक पटेल का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कुछ समय पूर्व कोरोना संक्रमित पाए गए पटेल को पहले अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी पर आज फिर सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें उनके गांधीनगर स्थित आवास से लाकर यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें मधुमेह और उच्च रक्तचाप भी था।
आज शाम उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ गांधीनगर में किया जाएगा। राजनीति में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वरिष्ठ थे और उन्हें उनके राजनीतिक गुरुओं में से एक भी माना जाता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कर्नाटक के राज्यपाल और उनकी सरकार में मंत्री रहे वजुभाई वाला और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल तथा कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश प्रमुख हार्दिक पटेल समेत कई गणमान्य लोगों ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। राज्य सरकार एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि वह एक उत्कृष्ट नेता थे जिन्हें समाज के हर वर्ग की चिंता थी। केशुभाई पटेल ने मुझ सहित कई युवा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया, उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है।
गुजरात के दो बार मुख्यमंत्री केशुभाई का जन्म गुजरात के जूनागढ़ जिले के विसावदार कस्बे में हुआ था। 1945 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े, जबकि 60 के दशक में जनसंघ के साथ उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। पटेल जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे।
पटेल 1977 में पहली बार राजकोट से सांसद बने। उन्होंने भाजपा से अलग होकर गुजरात परिवर्तन पार्टी के नाम से अलग पार्टी भी बनाई थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।