बुधवार, 4 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. FIR against former Karnataka minister KS Eshwarappa after controversial statement
Last Modified: दावणगेरे (कर्नाटक) , शनिवार, 10 फ़रवरी 2024 (22:42 IST)

विवादित बयान के बाद कर्नाटक के पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा के खिलाफ FIR

विवादित बयान के बाद कर्नाटक के पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा के खिलाफ FIR - FIR against former Karnataka minister KS Eshwarappa after controversial statement
FIR against former Karnataka minister Eshwarappa : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा के 'गद्दारों को गोली मारो' बयान को लेकर उनके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और उन्हें एक नोटिस भी दिया गया है। ईश्वरप्पा ने कहा कि वह इस तरह की प्राथमिकियों से नहीं डरते हैं।
 
दावणगेरे एक्सटेंशन पुलिस थाने ने इलाके के निवासी हनुमनथप्पा (36) की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया है। ईश्वरप्पा ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा था, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करना चाहता हूं कि वह उन दो गद्दारों (डीके सुरेश और विनय कुलकर्णी) को गोली मारने के लिए कानून बनाएं, जो दक्षिण भारत को एक अलग देश बनाना चाहते हैं।
 
प्राथमिकी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईश्वरप्पा ने शिवमोगा में कहा कि वह इस तरह की प्राथमिकियों से नहीं डरते हैं। ईश्वरप्पा ने कहा, मैं राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के सिद्धांतों पर अपने खिलाफ ऐसी 100 प्राथमिकियों से भी नहीं डरता। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा था कि भाजपा नेता के बयान को लेकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
 
सिद्धारमैया ने हैरानी जताते हुए कहा था कि क्या यह एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता का बयान है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश ने एक फरवरी को यह दावा किया था कि दक्षिणी राज्यों से संग्रहीत कर उत्तर भारत के राज्यों को वितरित किए जा रहे हैं।
 
उन्होंने कहा था कि यदि इस अन्याय को नहीं रोका गया तो दक्षिणी राज्य एक अलग राष्ट्र की मांग करने को मजबूर हो जाएंगे। हालांकि अपने भाई के बयान का बचाव करते हुए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा था कि सुरेश ने केवल जनता की धारणा के बारे में कहा था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 
ये भी पढ़ें
जनजातीय जन-मन कल्याण के प्रेरक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : डॉ. मोहन यादव