राजस्थान कांग्रेस में फिर खिंची तलवारें, पायलट का CM गहलोत पर पलटवार
जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच की दूरियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को गहलोत द्वारा सरकार के खिलाफ साजिश के आरोपों पर सचिन सीधे तो कुछ नहीं बोले लेकिन इशारों में उन्होंने बहुत कुछ कह दिया। सचिन ने कहा कि अशोक गहलोत बुजुर्ग हैं और मैं उनकी बातों को अन्यथा नहीं लेता।
सचिन पायलट ने सोमवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक जिले में अग्निपथ के विरोध में आयोजित सत्याग्रह को संबोधित करने के बाद कहा कि मेरे धैर्य की तारीफ तो राहुल गांधी कर चुके हैं। इसके बाद कहने के लिए कुछ बचता नहीं और राहुल के बयान को अनावश्यक रूप से नहीं लेना चाहिए।
सरकार गिराने को लेकर सीएम गहलोत और मंत्री शांति धारीवाल की टिप्पणी पर पायलट ने कहा कि पहले भी सीएम मेरे बारे में नाकारा, निकम्मा जैसी टिप्पणी कर चुके हैं। वे बोल देते हैं तो मैं अदरवाइज नहीं लेता। गहलोत बुजुर्ग हैं, अनुभवी और मेरे लिए पितातुल्य हैं।
गहलोत ने लगाया था षड्यंत्र का आरोप : शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट ने उनकी सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र रचा था। गहलोत के मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सही कहा है। हमने तो देखा भी है।
वहीं, सचिन खेमे के विधायक इंद्राज गुर्जर ने ट्वीट कर कहा- 'जमीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता फिक्र उनको है जो हवा में हैं।' पायलट समर्थक आचार्य प्रमोद ने भी गहलोत के बयान पर रीट्वीट करते हुए लिखा है- 'विषपान करने वाले नीलकंठ का अभिषेक श्रावण मास में किया जाता है।'