DGP दिलबाग सिंह ने कहा, जम्मू-कश्मीर में शांति बर्दाश्त नहीं कर सकता पाकिस्तान...
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान और उसके छद्म केंद्र शासित प्रदेश में शांति बर्दाश्त नहीं कर सकते। उन्होंने यह बात शुक्रवार को श्रीनगर के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के हमले में 2 पुलिसकर्मियों के शहीद होने और अन्य के घायल होने के बाद कही। इसके साथ ही, सिंह ने जोर देकर यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति को मजबूत करने की कोशिशें जारी रहेंगी।
नौगाम में पुलिस दल में हमले में शहीद दो जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) समारोह के मद्देनजर हमने शहर में और शहर के बाहर कई स्थानों पर जवानों की तैनाती बढ़ाई है। हम शहर के बाहरी इलाकों में भी तैनाती बढ़ा रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शहर के बाहरी हिस्से नौगाम में तैनाती दल पर हमला किया गया और दो जवान शहीद हो गए जबकि अन्य घायल हुए हैं। डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान और उसके गुर्गे जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण वातावरण बर्दाश्त नहीं कर सकते और यहां तक कि शांति के रास्ते में भी बाधा उत्पन्न करते हैं।
उन्होंने कहा, हम सभी कश्मीर के हालात के बारे में जानते हैं, जहां पर आतंकवादी नियमित रूप से नागरिकों, पुलिस और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की कोशिश करते हैं और कई बार वे इसमें सफल भी हो जाते हैं, लेकिन साथ ही पुलिस और सुरक्षाबल हालात में सुधार करने के लिए कदम उठा रहे हैं।
सिंह ने कहा, हम आने वाले दिनों में आतंकवाद निरोधी अभियान का विस्तार करेंगे लेकिन ऐसी घटनाएं पाकिस्तान और उसके गुर्गों की वजह से होती है क्योंकि वे यहां शांतिपूर्ण माहौल को बर्दाश्त नहीं कर सकते। इस तरह की साजिश पूरी सीमा पर चल रही है और वे शांति के रास्ते में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, मुझे भरोसा है कि शांति मजबूत करने की हमारी कोशिश जारी रहेगी।
डीजीपी ने कहा कि शनिवार को स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षाबल घाटी में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तैयारियों की जानकारी देते हुए सिंह ने बताया, हम हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन और कैमरे लगे वाहनों का इस्तेमाल करेंगे।
सिंह ने कहा, हम आने वाले दिनों में निगरानी उपकरणों में सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। शहर और अन्य स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अन्य उपाय, मसलन जवानों की तैनाती और निगरानी की जा रही है।(भाषा)