हेमाराम चौधरी की चुनावी प्रतिष्ठा दांव पर
बाड़मेर। राजस्थान में 1 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सीमांत बाड़मेर जिले की गुढामालानी सीट पर इस बार कांग्रेस प्रत्याशी एवं राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी एवं भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार लादूराम विश्नोई के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है।दोनों उम्मीदवार इस सीट पर लगातार तीसरी बार आमने-सामने हैं जिसमें चौधरी ने पिछले दो चुनावों में विश्नोई को हराया है। चौधरी गुढामालानी से वर्ष 1980, 1985, 1998, 2003 एवं 2008 विधानसभा चुनाव जीतकर इस बार 6ठी बार विधायक बनने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं।यह सीट परंपरागत रूप से जाट समुदाय की सीट मानी जाती रही है। इस सीट पर जाट समाज के आदर्श पुरुष रामदान चौधरी, उनके पुत्र एवं पूर्व मंत्री गंगाराम चौधरी एवं श्रीमती मदन कौर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष परसराम मदेरणा विधायक रह चुके हैं।साफ और ईमानदार छवि के माने जाने वाले हेमाराम चौधरी के प्रति क्षेत्र के लोगों में अपनापन है और सामाजिक व्यवहारकुशलता के कारण क्षेत्र में उनकी गहरी पकड़ भी है। इस कारण उन्हें कभी चुनाव के लिए स्टार प्रचारक की जरूरत नहीं पड़ी।भाजपा पिछले दो चुनावों में अभियंता रहे लादूराम विश्नोई को मैदान में उतार रही है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजदीक माने जाने वाले विश्नोई ने भी दो चुनाव हारने के बाद क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाई है जिसका इस चुनाव में फायदा मिलने की संभावना है।इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के सामने कांग्रेस के बिखरते वोट बैंक को रोकना भी चुनौती बनता दिख रहा है। इसके अलावा हेमाराम चौधरी द्वारा पहले मंत्री पद से इस्तीफा, फिर इस सीट से न लड़ने का निर्णय आदि के कारण मतदाताओं में उल्टा संदेश जाने की संभावना बताई जा रही है। (वार्ता)