एक अंतर्यात्रा का लोकार्पण 18 जनवरी को
- तेजेंद्र शर्मा
मित्रों, वर्ष 2010 में कथा यूके एवं डीएवी गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर ने संयुक्त रूप से मिलकर 3 दिवसीय प्रवासी साहित्य सम्मलेन का आयोजन किया था। इस सम्मलेन में पढ़े गए लेख इस पुस्तक में शामिल कि गए हैं। इस पुस्तक का लोकार्पण 18 जनवरी 2013 को कथा यूके एवं डीएवी गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर द्वारा आयोजित प्रवासी सम्मलेन में किया जाएगा। शिल्पायन द्वारा पुस्तक का नाम 'प्रवासी हिंदी कहानी-एक अंतर्यात्रा' है, जिसके संपादक सुषमा आर्य एवं अजय नावरिया है। इस सम्मलेन की विशेषता यह रही थी कि सौ से अधिक साहित्यकारों ने विभिन्न विषयों पर अपने आलेख पढ़ें। लगभग 18 प्रवासी साहित्यकारों ने ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, आबू धावी, शारजाह आदि के लेखकों ने इस संगोष्ठी में शिरकत की। भिन्न विषयों पर आलेख पढ़े गए और पहली बार उपस्थित प्रवासी लेखकों के लेखन पर भारतीय आलोचकों ने आलेख पाठ किया। इस संगोष्ठी में कनाडा से स्नेह ठाकुर, आबू धावी से कृष्ण बिहारी, शारजाह से पूर्णिमा वर्मन और प्रवीण सक्सेना और ब्रिटेन से काउंसलर जकीया जुबैरी, डॉ. अचला शर्मा, दिव्या माथुर, नीना पाल, जय वर्मा, कृष्ण कुमार, चित्रा कुमार, अरुण सब्बरवाल ने हिस्सा लिया।
भारत से राजेन्द्र यादव, संजीव, भगवान दास मोरवाल, प्रेम जनमेजय, भारत भारद्वाज, हरि भटनागर, महेश दर्पण, मधु अरोड़ा, उमेश चतुर्वेदी, अजय नावरिया, शंभु गुप्त, विजय शर्मा, साधना अग्रवाल, अमरीक सिंह दीप, अरूण आदित्य, मनोज श्रीवास्तव, निर्मला भुराडिया, दिवाकर भट्ट, नीरजा माधव, पंकज सुबीर, नीलम शर्मा अंशु, अविनाश वाचस्पति एवं अजित राय जैसे जाने-माने साहित्यकारों ने गोष्ठी के दौरान अपने विचार रखे। कथा यूके ने एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जिसमें संस्था ने अपनी गतिविधियों और विदेशी साहित्यकारों का परिचय आदि प्रदर्शित किए। डीएवी गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर की प्रिंसिपल डॉ. सुषमा आर्य ने कॉलेज की ओर से सभी उपस्थित साहित्यकारों का सम्मान किया।