मुरली मनोहर जोशी की मीडिया को धमकी, शत्रुघ्न ने भर्त्सना की
इंटरव्यू के दौरान जोशी भड़के, डिलीट करके माने
कानपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कानपुर से भाजपा लोकसभा प्रत्याशी मुरली मनोहर जोशी उस वक्त भड़क गए, जब एक निजी न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते समय चैनल के पत्रकार ने उनसे उनके मनमुताबिक सवाल नहीं पूछे। मुरली मनोहर जोशी ने अपने हाथ से टीवी चैनल का कैमरा लेकर वह इंटरव्यू खुद ही डिलीट कर दिया और कहा कि अब फिर से आप इंटरव्यू करें। दरअसल, जी न्यूज के वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी मुरली मनोहर जोशी का इंटरव्यू करने गए थे लेकिन इस पत्रकार के सवाल जोशी को अच्छे नहीं लगे तो उन्होंने उसे वीडियो से डिलीट करने का कहा। बाद में मुरली मनोहर जोशी ने वह वीडियो देखा और सुना भी। इसके बाद उन्होंने वह फुटेज डिलीट करने को कहा जो वह नहीं चाहते थे कि वो टीवी पर आए और देश उन सवालों के उत्तर जानें। वह इतने उतावले थे कि उन्होंने खुद ही वह इंटरव्यू सुना और उसे डिलीट कर दिया।टीवी चैनल के पत्रकार ने उनकी बात नहीं मानी और कहा कि मुझे यह इंटरव्यू नहीं करना है। यह आप तय नहीं करेंगे कि मैं कौन से सवाल करूं। सवाल पूछना मेरा काम है और जवाब देना आपका काम। अब आगे यदि इंटरव्यू होगा तो इससे आगे होगा अन्यथा मैं यह इंटरव्यू नहीं करूंगा। इस घटनाक्रम के दौरान मुरली मनोहर जोशी यह भूल गए कि उनके पीछे भी एक कैमरा चल रहा था, जो यह तमाम बातें और इंटरव्यू कैद कर रहा था। बाद में जी न्यूज पर इस कैमरे ने वो सारी बातें नेशनल चैनल पर बता दी, जो इंटरव्यू के दौरान घटित हुई थी।इसमें यह भी बताया गया कि सुमित ने पत्रकार की हैसियत से क्या पूछा था और मुरली मनोहर जोशी ने क्या जवाब दिया था। हैरानी वाली बात तो यह है कि पत्रकार ने ऐसा कोई निजी सवाल नहीं दागा था जिसकी वजह से भाजपा के इस वरिष्ठ नेता को इस तरह का व्यवहार करना पड़ा।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी क्यों भड़के...अगले पन्ने पर..
सुमित अवस्थी देश के जाने माने पत्रकार हैं और काफी सुलझे हुए भी हैं। उन्होंने पहली बार भाजपा के भूतपूर्व अध्यक्ष और भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर डॉ. मुरली मनोहर जोशी का इंटरव्यू लिया। सुमित ने बताया कि जोशी शुरुआत में खुद ही कह रहे थे कि मैंने नरेंद्र मोदी को अपना नेता मान लिया है लेकिन जब इंटरव्यू में मोदी के बारे में पूछा गया तो वे भड़क गए, नाराज हो गए। सुमित ने कहा कि कानपुर में मैंने जगह जगह पोस्टर देखे जिन पर लिखा था 'अबकी बार भाजपा सरकार' जबकि देशभर में जो पोस्टर लगे हैं उन पर लिखा हुआ है 'अबकी बार मोदी सरकार'। मोदी को लेकर कानपुर के पोस्टरों के बारे में और सीट बदलने के सवाल को जोशी पचा नहीं पाए और खफा हो गए। सुमित ने यह भी कहा कि मैंने यहां भाजपा के लोगों से बात की जो कहते हैं 'मोदी जरूरी है, जोशी मजबूरी है'।जोशी नहीं चाहते थे कि मैं मोदी के बारे में उनसे सवाल करूं। सनद रहे कि मुरली मनोहर जोशी लगातार तीन बार इलाहाबाद सीट से जीते थे लेकिन 2004 में हार गए थे। जोशी की वाराणसी सीट को बदलकर कानपुर किया गया क्योंकि वाराणसी से मोदी चुनाव लड़ रहे हैं।मोदी ने खुद जोशी के लिए कुर्सी छोड़ी : सुमित के अनुसार मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि जोशी आखिर किस वजह से नाराज हैं। कानपुर में जिस दिन इंटरव्यू हुआ उसी दिन 11-12 बजे मोदी ने कानपुर में सभा ली थी और सभा स्थल पर सम्मान जताते हुए खुद अपनी सीट जोशी को दी थी। इसी दिन शाम 5-6 बजे इंटरव्यू हुआ और मोदी का जिक्र आते ही उनकी नाराजगी इस हद तक आ गई कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि कानपुर बाद में देखा जाएगा, पहले टेप निकालो। यह इंटरव्यू खुद जोशी के घर पर हो रहा था और उन्होंने यहां तक धमकी दे डाली थी कि आप बाहर नहीं जा सकेंगे।साधारण से सवाल पर जोशी आगबबूला हुए : भाजपा के कद्दावर नेता मुरली मनोहर जोशी ऐसा बर्ताव करेंगे, यह किसी ने सोचा नहीं था। अब सवाल यह है कि क्या भाजपा मीडिया को मैनेज करना चाहती है? सुमित ने ऐसा कोई निजी सवाल नहीं पूछा था, जिससे जोशी इतने नाराज हो कि टेप डिलीट कर दें और धमकी देने पर उतारू हो जाएं। वह तो वही सवाल कर रहे थे जो कानपुर लोकसभा सीट और नरेंद्र मोदी से जुड़े हुए थे। उन्होंने वही पूछा जो आम पत्रकार पूछता है..जोशी को इतना आगबबूला होने की जरुरत ही नहीं थी। मीडिया को खुले कैमरे के सामने धमकी दी गई : पत्रकारिता जगत में संभवत: यह पहला प्रसंग है जबकि मीडिया को खुले कैमरे के सामने धमकी दी गई और कोई इंटरव्यू डिलीट किया गया, वह भी भाजपा के इतने बड़े नेता द्वारा जो 40 साल से राजनीति कर रहा है। मुरली मनोहर जोशी के इस बर्ताव पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पहली प्रतिक्रिया शत्रुघ्न सिन्हा की आई है।शत्रुघ्न सिन्हा ने भर्त्सना की : विदिशा में सुषमा स्वराज का प्रचार करने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा से जब मुरली मनोहर जोशी द्वारा पत्रकार के साथ किए गए इस व्यवहार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इस घटनाक्रम पर बेहद अफसोस है। ये गलत है, पत्रकारिता की आजादी के खिलाफ है। मैं ऐसी घटना की भर्त्सना करता हूं। (वेबदुनिया न्यूज)