Shardiya navratri 2024 : 3 अक्टूबर 2024 गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का त्योहार प्रारंभ हो गया है। इस पर्व में गरबा उत्सव की धूम रहती है। इसी के साथ ही इस त्योहार में पूजा, व्रत, गरबा और अन्य अनुष्ठान को लेकर बहुत सावधानी रखना होती है। इसी के बारे में जानिए कि नवरात्र के क्या है खास नियम जिनका पालन करने से व्रत के फल सहित माता दुर्गा का आशीर्वाद भी मिलता है।
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3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2024 रहेगा शारदीय नवरात्रि उत्सव
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शारदीय नवरात्रि में नियमों का पालन करना है बहुत जरूरी
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गरबा उत्सव के दौरान पवित्रता और शालीनता बनाए रखना जरूरी
शारदीय नवरात्रि के 12 नियम:
1. ध्यान रखें कि माता के नैवेद्य में नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नहीं किया जाता है।
2. घट स्थापना के दौरान गंदी मिट्टी, गंदे, खंडित घट का उपयोग नहीं करते हैं। इसी के साथ घट को हिलाना नहीं।
3. अखंड दीपक और घट स्थापित करने के बाद घर को सुना नहीं छोड़ना चाहिए।
4. इन नौ दिनों में दाढ़ी-नाखून काटना, यात्रा, सहवास, कटू वचन, दिन में शयन करना, अपशब्द कहना, झूठ बोलना, क्रोध करना, लालच और आलस करना निषेध है।
5. इन नौ दिनों में किसी भी प्रकार से किसी महिला या कन्या का अपमान न करें।
6. अशौच अवस्था, शारीरिक अक्षमता में, रजस्वला समय में, यात्रा के दौरान, युद्ध की स्थिति में व्रत नहीं रखना चाहिए।
7. व्रत को बीच में ही छोड़ना नहीं चाहिए। यदि कोई गंभीर बात हो तो ही माता से क्षमा मांग कर ही व्रत तोड़ा जा सकता है।
8. मनमाने व्रत का संकल्प नहीं लेना चाहिए। जो शास्त्र सम्मत हो वही कार्य करना चाहिए।
9. प्रतिपदा को कुम्हड़ा पेठा, द्वितीया को बैंगन और कटहल, तृतीया को परमल, चतुर्थी को मूली, पंचमी को बेल, षष्ठी को नीम, अष्टमी को नारियल और नवमी के दिन लौकी खाना निषेध है।
11. नशा करना, मांस-भक्षण, तामसिक भोजन और मसालेदार भोजन आदि कार्य नहीं करना चाहिए। अनाज और नमक का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
12. यदि आप गरबा नृत्य करने जा रहे हैं तो पारंपरिक वस्त्र पहनकर ही गरबा करें। यदि आप गरबा नृत्य देखने जा रहे हैं तो शालीनता से रहे और नृत्य करने वालों का सहयोग करें।