गुरुवार, 14 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. व्रत-त्योहार
  3. शारदीय नवरात्रि
  4. Aarti Goddess Katyayani
Written By

जय जय अंबे जय कात्यायनी : नवरात्रि के छठे दिन करें देवी कात्यायनी की यह आरती

जय जय अंबे जय कात्यायनी : नवरात्रि के छठे दिन करें देवी कात्यायनी की यह आरती - Aarti Goddess Katyayani
Katyayani ki aarti
 
आरती
 
जय जय अंबे जय कात्यायनी।
जय जगमाता जग की महारानी ।।
 
बैजनाथ स्थान तुम्हारा।
वहां वरदाती नाम पुकारा ।।
 
कई नाम हैं कई धाम हैं।
यह स्थान भी तो सुखधाम है।।
 
हर मंदिर में जोत तुम्हारी।
कहीं योगेश्वरी महिमा न्यारी।।
 
हर जगह उत्सव होते रहते।
हर मंदिर में भक्त हैं कहते।।
कात्यायनी रक्षक काया की।
ग्रंथि काटे मोह माया की ।।
 
झूठे मोह से छुड़ानेवाली।
अपना नाम जपानेवाली।।
 
बृहस्पतिवार को पूजा करियो।
ध्यान कात्यायनी का धरियो।।
 
हर संकट को दूर करेगी।
भंडारे भरपूर करेगी ।।
 
जो भी मां को भक्त पुकारे।
ये भी पढ़ें
लाल किताब में गुड़ खाने का क्यों बोला जाता है?