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Written By भाषा
Last Modified: देहरादून , बुधवार, 14 मई 2014 (15:57 IST)

केदारनाथ : चार धाम यात्रा अब 15 मई के बाद

- ललित भट्‌ट देहरादून से

केदारनाथ : चार धाम यात्रा अब 15 मई के बाद -
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देहरादून। लगातार हो रही बारिश व बर्फबारी चारधाम यात्रा के लिए चुनौती बन रहा है। भारी बर्फबारी और बारिश के चलते चारधामों की यात्रा को 15 मई तक रोक दी गई है।

इससे पहले लगातार 3-4 दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश व बर्फबारी से यात्रा बाधित रही लेकिन लगातार भारी बर्फबारी और मौसम विभाग द्वारा अगले 2-3 दिनों तक मौसम खराब रहने का हाई अलर्ट को देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर सीएस नपलच्याल ने फिलहाल 15 मई तक चारधाम यात्रा पर ब्रेक लगा दिया है।

उन्होंने संबंधित सभी जिलाधिकारियों को इस यात्रा को रोकने के निर्देश दे दिए हैं। 15 मई के बाद मौसम ठीक होने की स्थिति में ही यात्रा को सुचारु रूप से चलाया जाएगा।

उधर भारी बर्फबारी से जोशीमठ व बद्रीनाथ के बीच रडांग ग्लेशियर टूटने के कारण बर्फ खिसककर नीचे आने से बद्रीनाथ मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है जिसके चलते बद्रीनाथ धाम में करीब डेढ़ हजार तीर्थयात्री फंसे बताए जा रहे हैं और चारधाम यात्रा को आए करीब ढाई हजार यात्रियों को जोशीमठ और पांडुकेश्वर में रोका गया है।

चारधाम यात्रा में विभिन्न पड़ावों में फंसे यात्रियों को प्रशासन द्वारा सकुशल निकालने का प्रयास जारी है।

केदारनाथ व बद्रीनाथ में मंगलवार को दिनभर भारी बर्फबारी जारी रही जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। केदारनाथ की यात्रा पिछले रविवार से बंद है। लगातार मौसम की मार के चलते इसे फिलहाल स्थगित कर दिया है।

बद्रीनाथ में पिछले 3 दिनों से हो रही बर्फबारी से यहां की पहाड़ियां बर्फ से लक-दक हो गई हैं। यहां लगभग 3 इंच की बर्फबारी बताई जा रही है। थाना कोतवाल जोशीमठ के अनुसार जोशीमठ में 130 यात्रा वाहन, 1300 यात्री, पाण्डुकेश्वर में 40 वाहन लगभग 400 यात्रियों को खराब मौसम को देखते हुए रोक दिया गया है।

जोशीमठ और गोविन्दघाट गुरुद्वारे, शंकराचार्य आश्रमों में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने बताया कि बद्रीनाथ यात्रा मार्ग में आए ग्लेशियर को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है, जल्द ही रास्ता खोल दिया जाएगा। वहीं सोनप्रयाग से आगे आवाजाही पर रोक के बावजूद मंगलवार को 11 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे।

बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने के बावजूद पड़ाव पर रुक-रुक किसी तरह धाम पहुंच गए।

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदार-बद्रीनाथ यात्रा रुकने पर लाचारी और चिंता जताई है। उनका कहना है कि प्रकृति के व्यवधान से हम नहीं लड़ सकते हैं। सरकार यात्रा और यात्रियों की लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं, लेकिन ज्यादा बर्फबारी और बारिश से नुकसान हो रहा है।

सुगम यात्रा से हमारी अर्थव्यवस्था का पुनर्जीवन निर्भर है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फिलहाल यात्री रोकी गई है।

केदारनाथ में जारी भारी बर्फबारी ने वहां ड्‌यूटी पर तैनात पुलिस, एनआईएम और एसडीआरएफ के जवानों की परेशानी बढ़ा दी है। बर्फ के भार के कारण जवानों के टेंट टूटने लगे हैं। इस मुश्किल से बचने के लिए अब पुलिस वालों को बर्फ हटाकर टेंटों को बचाने की ड्‌यूटी लगा दी है।

केदारनाथ मंदिर में करीब 2 किमी पहले बेस कैंप में पुलिस तैनात की है। यहां करीब 11 हट और आधा दर्जन से अधिक टेंट लगे हैं। हट में तीर्थयात्रियों के ठहरने का इंतजाम किया गया है, जबकि टेंट में यहां तैनात पुलिस वाले रह रहे हैं।

वहीं मई के प्रथम सप्ताह से शुरू हुई चारधाम यात्रा पर मौसम की मार पड़ने से वहां के व्यापारियों में भी इसका बुरा असर पड़ा है। खराब मौसम के कारण लगातार बाधित हो रही यात्रा से व्यापारियों में उत्साह नहीं है।

यात्रा मार्गों में चहल-पहल नहीं दिखाई दे रही है। केदारनाथ व बद्रीनाथ हाईवे से लगे होटल, लॉज और छोटी दुकानों ढाबों में यात्रा सीजन के दौरान की रौनक गायब है।