Last Modified: नई दिल्ली ,
शुक्रवार, 1 अक्टूबर 2010 (09:13 IST)
अग्रवाल के फैसले में 274 पुस्तकों का उल्लेख
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के न्यायाधीश सुधीर अग्रवाल ने अयोध्या मामले का फैसला देने में वैदिक युग की ऋचाओं से लेकर हाल के न्यायिक फैसलों और इतिहास के सभी युगों की पुस्तकों का उद्धरण दिया है।
न्यायमूर्ति एसयू खान के साथ अलग फैसला देने वाले न्यायमूर्ति ने अपना फैसला 21 खंडों और 5238 पृष्ठों में सुनाया है और इसमें उन्होंने 274 पुस्तकों और 798 फैसलों का हवाला दिया है।
जिन पुस्तकों का उन्होंने संपर्क किया वे प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने अपने फैसले में उच्चतम न्यायालय, विभिन्न उच्च न्यायालयों और प्रिवी काउंसिल के निर्णयों का हवाला दिया है।
उन्होंने अपने फैसले में तुगलक काल में भारत की यात्रा पर आने वाले इब्न बतूता समेत मुस्लिम यात्रियों द्वारा लिखी पुस्तकों, आस्ट्रेलियाई इतिहासकार एएल बाशम की पुस्तक, गीता समेत हिंदू और मुस्लिम धर्मग्रंथों का हवाला दिया है। (भाषा)