सिद्धू मूसेवाला के 'LAST RIDE' और '295' गानों से क्या है उनकी ‘मौत का कनेक्शन’
फोटो: ट्विटर
हाल ही में पंजाब के पापुलर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोल्डी बरार ने अपने फेसबुक पर शेयर कर इस हत्या की जिम्मेदारी ली है, उसने कहा कि भाई की हत्या का बदला ले लिया। अब सोशल मीडिया में सिद्धू मूसेवाला के गानों और उनकी मौत के बीच का कनेक्शन ढूंढा जा रहा है। इसे संयोग ही कहेंगे कि सिद्धू की मौत और उनके गानों के बीच जबरदस्त तालमेल नजर आता है।
ऐसा लगता है कि मूसेवाला ने पहले ही अपनी मौत का सिग्नल दे दिया था। या फिर यूं कहें कि जो उन्होंने गाया वो साकार हो गया। उन्होंने हाल ही में दो गाने गाए थे। एक था '295' और दूसरा था 'LAST RIDE'
इस समय उनके ये दो गाने द लास्ट राइड और 295 लगेगी सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा ट्रेंड भी कर रहे हैं।
यूजर्स इन गानों में मौत के अर्थ खोज रहे हैं, जो कुछ हद तक सच भी नजर आते हैं। सिद्धू के 295 गाने में 29 मई और 5वां महीना आ रहा, ठीक वो दिन जब उनकी हत्या हुई।
दूसरे गाने का टाइटल देखें The Last Ride तो सिद्धू ने अपनी महिंद्रा थार में जिंदगी की लास्ट राइड की। जब उन पर गोलियां बरसाई गईं उस वक्त वे अपनी इसी महिंद्रा थार में थे। यानी यह उनकी लास्ट राइड साबित हुई।
इतना ही नहीं, सिद्धू मूसेवाला ने अपनी मौत से ठीक 4 दिन पहले 25 मई को अपना नया गाना लेवेल्स रिलीज किया था, जो उनका आखिरी गाना बन गया। इससे दो सप्ताह पहले, 15 मई को गाना द लास्ट राइड रिलीज हुआ था। सिद्धू ने द लास्ट राइड गाना अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया था।
द लास्ट राइड गाने को रिलीज हुए 15 दिन हुए हैं और इसे एक करोड़ तीन लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। गाने के बोल सिद्धू ने खुद लिखे थे। इसे सुनने में ऐसा लगता है कि सिद्धू मूसेवाला को अपनी मौत का पहले ही अंदाजा हो गया था। गाने में सिद्धू कह रहे हैं, 'जवान लड़के की आंखें सब कुछ कह रही हैं। कह रही हैं कि जवानी में ही जनाजा उठ जाएगा। मौत न जाने कब दस्तक दे दे... और सच में 29 मई को उनकी ड्राइव जिंदगी की द लास्ट राइड बन गई।