लखनऊ। अलकायदा द्वारा भारतीय इकाई बनाने के ऐलान का जवाब देते हुए शिया मुसलमानों के एक संगठन ने आईएसआईएस, अलकायदा, जमात उद दावा, तालिबान और हरकत उल मुजाहिदीन जैसे दुनिया के शीर्ष आतंकी संगठनों के प्रमुखों को मारने वालों को एक-एक करोड़ रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है।
ऑल इंडिया शिया हुसैनी फंड के सैयद हसन मेंहदी ने बताया, छह सितंबर को अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक में हमने आतंकवाद में शामिल पांच संगठनों के प्रमुखों को मारने वालों को इनाम देने के बारे में चर्चा की जिसमें इस आशय का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। हम पांचों आतंकी संगठनों के प्रमुखों को मारने वालों को इनाम देंगे।
उन्होंने कहा कि उनका संगठन आईएसआईएस के सरगना अबू बाकर बगदादी, अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी, जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद, तालिबान प्रमुख मुल्ला उमर और हरकत उल मुजाहिदीन प्रमुख अजहर मसूद के सफाए के लिए पांच करोड रुपए एकत्र करेगा।
मेंहदी ने कहा, हम लखनउ, हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर सहित देशभर में पोस्टर लगाएंगे, जिसमें इनाम के बारे में लिखा होगा क्योंकि हम महसूस करते हैं कि इन आतंकियों को जीने का अधिकार नहीं है। वे मानवता और हर जाति के निर्दोष लोगों के हत्यारे हैं।
मेंहदी ने कहा, यही आतंकवादी मुंबई और हमारी संसद पर हमला करते हैं। इन्हें मार देना चाहिए। सुन्नी मुस्लिमों के नेतृत्व वाला आईएसआईएस पिछले कुछ महीने से इराक और सीरिया में शिया मुसलमानों की हत्या कर रहा है, जबकि जमात उद दावा, हरकत उल मुजाहिदीन और तालिबान जैसे संगठन भी ऐसी गतिविधियों में लिप्त हैं, जिन्हें कोई भी धर्म मान्यता नहीं दे सकता।
यह पूछने पर कि क्या इनाम के लिए वह धनराशि जुटा लेंगे, उन्होंने कहा कि देश में पांच करोड़ से अधिक शिया मुसलमान हैं और वे इसके लिए स्वेच्छा से योगदान करेंगे।
देशभर में अपने संगठन के 20 हजार से अधिक सदस्य होने का दावा करने वाले ऑल इंडिया शिया हुसैनी फंड के महासचिव मेंहदी ने कहा, जब से इस बारे में ऐलान किया गया है, मुझे मुंबई, हैदराबाद, जम्मू-कश्मीर सहित देशभर से फोन आ रहे हैं और समुदाय के लोग इस कदम को सराह रहे हैं और योगदान की पेशकश कर रहे हैं। इसलिए पांच करोड़ रुपए जुटाने में समस्या नहीं आएगी।
उन्होंने ये दावा भी किया कि संगठन उक्त नामित आतंकवादियों के मारे जाने की सूरत में 24 घंटे के भीतर इनामी राशि एकत्र कर लेगा। (भाषा)
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