नेपाल में ट्रेनिंग, बिहार-यूपी भेजे जा रहे हैं आतंकी!
पटना। बांग्लादेश मूल के आतंकी संगठन जमाएत-उल-मुजाहिद्दीन (जेयूएम) और हरकत-उल-जेहादी-अल इस्लामी (हूजी) से देश को खतरा है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि दोनों संगठन बिहार समेत पूर्वोत्तर इलाके के भारतीय युवकों को अपने जाल में फांस कर उन्हें पहले नेपाल में आतंकवादी प्रशिक्षण देते हैं। बाद में, इन्हें बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश भेज देते हैं, वहां से ये लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फैलकर आतंकी हमलों की योजना बनाते हैं और इन्हें क्रियान्वित करते हैं।
खुफिया विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि इस अभियान में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से इन संगठनों को मदद मिल रही है। खुफिया विभाग की एक रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने केन्द्र से निर्देश मिलने के बाद मुजफ्फरपुर सहित प्रदेश के कई जिलों के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिख कर अलर्ट किया है। उन्हें इस तरह की कारगुजारियों को रोकने के साथ-साथ एहतियातन कदम उठाने तथा ऐसी सूचनाएं मिलने पर उसे शीर्ष अधिकारियों तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों को बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश भेजने के लिए एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है, जिसका आधार फिलहाल बिहार का पूर्णिया बना हुआ है। इस रैकेट के अधिकांश सदस्य भी वही लोग हैं, जो पूर्व में मालदा (बंगाल) में आईएसआई के साथ काम कर चुके हैं। सुरक्षाबलों ने इनकी नेपाल में स्थित आतंकी संगठन के सदस्यों के साथ हुई टेलीफोनिक बातचीत को रिकॉर्ड भी किया है।
बताया जा रहा है कि इस काम के बदले में आईएसआई की ओर से मोटी रकम चुकाई जा रही है और इस रकम को उनके नेपाल में स्थित बैंक खाते में डाल दिया जाता है। यही एजेंट आतंकवादियों को भारत में प्रवेश के लिए जरूरी कागजात भी उपलब्ध कराते हैं और उन्हें कार्रवाई के लिए निर्देशित भी करते हैं। यह भी समझा जाता है कि आईएसआई के बहुत से एजेंट स्थाई तौर पर नेपाल में ही अपना अड्डा जमाए रहते हैं ताकि तोड़फोड़ की कार्रवाई को लगातार जारी रखा जा सके।