हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए हैदराबाद पहुंचे हैं। ऐसे में एक बार फिर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव उनको रिसीव करने एयरपोर्ट नहीं पहुंचे। केसीआर के ओर से तीसरी बार ऐसा किया गया है। ऐसे में अब भाजपा ने टीआरएस चीफ और सीएम केसीआर पर निशाना साधा है। भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री दोनों की संस्था का अपमान किया है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से ठीक पहले राज्य में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के बीच निजामों के इस शहर में पोस्टर वॉर देखने को मिला।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बीच राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा यहां पहुंचे तो उनका स्वागत करने खुद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अपने कई मंत्रियों के साथ हवाई अड्डे पहुंचे और टीआरएस कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया, जबकि कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजधानी पहुंचे, तो राव उनकी अगवानी करने नहीं गए। उन्होंने अपने एक मंत्री को इसके लिए भेजा।
इतना ही नहीं, कार्यसमिति की बैठक के मद्देनजर भाजपा ने पूरे शहर को झंडे, पोस्टर व बैनर से पाट दिया है तो टीआरएस ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए शहरभर में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा को निशाना बनाने वाले पोस्टर व बैनर लगाए हैं। कई पोस्टर में बाय, बाय मोदी, अब बस करो और बहुत हो गया मोदी लिखकर सीधे प्रधानमंत्री को निशाना बनाया गया है।
टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में मंत्री के टी रामा राव ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया और कहा कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी को राज्य की टीआरएस सरकार द्वारा लागू की गई नीतियों से सीखना चाहिए।
कार्यसमिति में आने वाले भाजपा नेताओं का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि सुंदर शहर हैदराबाद में सभी जुमलाजीवियों का स्वागत है। यहां की दम बिरयानी और ईरानी चाय का आनंद लेना न भूलें।
इस ट्वीट के साथ उन्होंने हैशटेग तेलंगाना द पावरहाउस का इस्तेमाल किया और भाजपा नेताओं से कहा कि कृपया राज्य का दौरा करें, उसे याद रखें और फिर यहां लागू नीतियों को अपने क्षेत्र में क्रियान्वित करें।
भाजपा नेताओं ने साधा निशाना : टीआरएस और मुख्यमंत्री राव का यह व्यवहार भाजपा नेताओं को नागवार गुजरा। उन्होंने मुख्यमंत्री राव और उनकी पार्टी के इस कदम की कड़ी आलोचना की है।
भाजपा नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा है कि इस तरह के हथकंडे अपनाकर और शक्ति प्रदर्शन करके राव और टीआरएस न ही प्रधानमंत्री मोदी का कद छोटा कर पाएंगे, न ही उन्हें लोगों के दिलों से दूर कर सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मुख्यमंत्री राव पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सम्मान के साथ सभी से मिलते हैं, लेकिन आज मुख्यमंत्री ने जिस तरह से दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार किया है, वह संवैधानिक मर्यादाओं के साथ ही सामाजिक मर्यादा का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने व्यक्ति पर नहीं संस्था पर हमला किया है।
कभी मुख्यमंत्री राव के बेहद करीबी और उनकी सरकार में मंत्री रहे इटेला राजेंद्र ने कहा कि राव का यह पुराना हथंकडा रहा है कि जब भी कोई दल उनके खिलाफ खड़ा होता है तो वह उसका और उसके शीर्ष नेताओं का अपमान करने का कोई भी मौका नहीं चूकते।
राजेंद्र अब भाजपा में हैं। उन्होंने बातचीत में कहा कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब प्रधानमंत्री राज्य के दौरे पर आ रहे हैं और मुख्यमंत्री उनका स्वागत करने नहीं गए। इससे पहले भी दो मौकों पर ऐसा हो चुका है। ऐसा करके वह अपने आपको छोटा कर रहे हैं।
राजेंद्र ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राव को पहले से ही पता था कि यहां 2 और 3 जुलाई को भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक होने वाली है तथा इसमें प्रधानमंत्री मोदी आने वाले हैं, लेकिन उन्होंने जान-बूझकर राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हैदराबाद बुलाया और उनका कार्यक्रम तय किया।
राजेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए प्रोटोकॉल और प्रधानमंत्री पद की गरिमा के कोई मायने नहीं हैं। उनके लिए बस उनका परिवार अहमियत रखता है और इसी के चलते वह इस तरह के कदम उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के खिलाफ शहर में लगाए गए पोस्टर पर प्रतिक्रिया देते हुए राजेंद्र ने कहा, टीआरएस अब पोस्टर वॉर में जुट गई है, ताकि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को असफल करार दिया जा सके। इसके लिए पार्टी ने करोड़ों रुपए खर्च कर दिए।'
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले भी ऐसा करते रहे हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि भाजपा और मोदी जनता के दिलों में राज करते हैं। पोस्टर तो हटा सकते हैं, लेकिन वह भाजपा और मोदीजी को जनता के दिलों से कैसे निकालेंगे। उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अगले विधानसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाकर रहेगी।
भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने भी मुख्यमंत्री राव पर करारा हमला किया। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस तरह की उनकी हरकतदर्शाती है कि वह कितने हताश और निराश हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि राव प्रदेश में भाजपा और मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गए हैं और इसलिए वह इस तरह के कदम उठा रहे हैं। राव प्रधानमंत्री को छोटा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह इसमें सफल नहीं होंगे। प्रदेश की जनता उन्हें इसका करारा जवाब देगी। रही बात यशवंत सिन्हा के स्वागत की तो ऐसे शक्ति प्रदर्शन से वे जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
यशवंत सिन्हा के बेगमपेट पहुंचने पर टीआरएस की ओर से एक विशाल बाइक रैली का भी आयोजन किया गया। सिन्हा के कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री मोदी हैदराबाद पहुंचे। भाजपा ने उनके स्वागत में पूरे शहर को उनके पोस्टर व बैनर से पाट दिया है।
प्रोटोकॉल की परंपरा : भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के दौरान यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह एक सामान्य परंपरा है और प्रोटोकॉल का हिस्सा है कि जब भी प्रधानमंत्री किसी राज्य में जाते हैं तो उस राज्य का मुख्यमंत्री उनकी अगवानी करता है।
मुख्यमंत्री राव पर निशाना साधते हुए ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री सम्मान के साथ सभी से मिलते हैं, लेकिन आज मुख्यमंत्री ने जिस तरह से दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार किया है, वह संवैधानिक मर्यादाओं के साथ ही सामाजिक मर्यादा का भी उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि केसीआर ने व्यक्ति नहीं, संस्था का अपमान किया है।मुख्यमंत्री राव को आमतौर पर केसीआर कहकर संबोधित किया जाता है।
यह पूछे जाने पर कि केसीआर के बेटे और राज्य सरकार के मंत्री के टी रामा राव ने हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति आयोजित करने पर तंज कसा है, ईरानी ने कहा कि राजनीतिक मसखरापन टीआरएस की प्रक्रिया हो सकती है।
उन्होंने कहा कि उनके लिए राजनीति एक सर्कस हो सकती है और राजनीतिक मसखरापन उनकी पार्टी की प्रक्रिया हो सकती है लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए सामाजिक उत्थान और राष्ट्र निर्माण ही सब कुछ है। हमारे कार्यकर्ताओं के लिए राष्ट्रीय कार्यसमिति का आयोजन और उसमें शिरकत करना सम्मान की बात होती है।
ईरानी ने रामा राव के उस बयान की भी आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था कि तेलंगाना जो आज करता है, भारत वह कल करता है। उन्होंने कहा कि आज तेलंगाना परिवारवाद की राजनीति कर रहा है और भारत कभी ऐसा नहीं करेगा। भारत कभी इस मॉडल को स्वीकार नहीं करेगा।