शोर-शराबे से संसद में नहीं निकल सकता हल : महाजन
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शुक्रवार को कहा कि सदन में शोर-शराबा करने से किसी भी राजनीतिक दल को उनके मुद्दों का हल नहीं मिल सकता है। महाजन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में हंगामे के कारण लोकसभा में लगातार 5 दिन से जारी गतिरोध के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैं उन्हें समझा चुकी हूं कि आप जो हल चाहते हैं वह संसद में इस तरह नहीं मिल सकता।
उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही चलाने के लिए वे अपनी ओर से भरपूर कोशिश कर रही हैं और वैसे तो मैं रोज ही संवाद करती हूं। मैं अपनी ओर से भरपूर प्रयास कर रही हूं। पक्षी सदस्यों के उन्हें नहीं बोलने देने के आरोप पर लोकसभा अध्यक्ष ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे भी कोई नहीं बोलने देता।
उन्होंने कहा कि वे जिस प्रकार से हंगामा कर रहे हैं, हर तरफ से प्लेकार्ड लेकर घेर लेते हैं। हल्ले में मैं भी सदस्यों की बात नहीं सुन पाती। बैंक घोटालों पर चर्चा की विपक्ष की मांग और विषय के बारे में उनकी आपत्ति के बारे में पूछे गए सवाल पर महाजन ने कहा कि जरूरी नहीं कि विपक्षी सदस्य जिस नियम के तहत चाहें, उसी के अंतर्गत चर्चा हो।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि चर्चा के लिए मैं हमेशा तैयार हूं। पहले भी ऐसा होता आया है कि सभी की राय लेने के बाद चर्चा के विषय को थोड़ा ठीक किया गया है। उन्होंने कहा कि सदन चले तब तो यह बात हो कि चर्चा किस नियम के तहत करानी है। (वार्ता)