इंदौर। 1 जुलाई 2019 को डिजिटल इंडिया के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में इसकी उपलब्धियों और सूचना प्रौद्योगिकी के भविष्य पर आधारित एक सत्र सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के केंद्र में आयोजित किया गया।
इस सत्र को केके सारंगपाणी (वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी 'जी’ (अवकाश प्राप्त) और हेड, सीवीएल इलेक्ट्रॉनिक्स प्रयोगशाला, आरआरसीएटी परमाणु ऊर्जा विभाग, भारत सरकार) ने संबोधित किया। इसमें आईटी/आईटीईएस इकाइयों, राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
उन्होंने डिजाइन और निर्माण में अनुसंधान और नवाचार की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने एसटीपीआई द्वारा प्रस्तावित फैब्रिकेशन लैब की प्रशंसा की। यह लैब नवप्रवर्तनशील उद्यमियों के लिए सभी आवश्यक मशीनरी और नवाचार और आविष्कार के लिए उपकरण प्रदान करेगी।
सारंगपाणी ने आईटी/ आईटीईएस इकाइयों को नए उत्पादों के निर्माण के उद्देश्य से अनुसंधान और विकास के लिए अपने संगठन के अंदर एक टीम बनाने पर जोर दिया, जिसका पेटेंट कराया जा सके। साथ ही आरआरएसीटी, इंदौर में वैज्ञानिक के रूप में अपने शोध के अनुभव बताए और स्वदेशी उत्पाद के कई उदाहरण दिए जिन्होंने लोगों के जीवन को आसान बनाया।
एम्पावर सॉल्यूशन इंटीग्रेटेड लिमिटेड के सीईओ प्रमथ बाकलीवाल ने प्रौद्योगिकी का उपयोग बेहतर प्रणालियों, शासन में अधिक दक्षता और पारदर्शिता से करने के बारे में बताया। उन्होंने इंदौर नगर निगम द्वारा बनाए गए एक ऐप का उदाहरण दिया, जिससे इंदौर को लगातार तीसरी बार सबसे स्वच्छ शहर बना। उन्होंने कहा कि विवाह और पार्टियों में बचे हुए भोजन से निपटने के लिए ऐसे ऐप्स भी बनाए गए जिससे विवाह और पार्टियों में बचे हुए भोजन को गैर सरकारी संगठनों द्वारा जरूरतमंदों में बांटा जा रहा है।
केंद्र प्रभारी और अतिरिक्त निदेशक रवि वर्मा ने डिजिटल इंडिया इनिशिएटिव के तहत वर्ष 2016 में शुरू की गई इंडिया बीपीओ प्रमोशन स्कीम की सफलता के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि बीपीओ फर्मों को देश में टियर-2 और टियर-3 शहरों में परिचालन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नेतृत्व के निर्माण के लिए और प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों जैसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉक चेन, फिनटेक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, संवर्धित और आभासी वास्तविकता, डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हेल्थकेयर, गेमिंग एंड एनिमेशन, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी आदि नए उद्यमियों के लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एसटीपीआई को विशिष्ट डोमेन (सीओई) उत्कृष्टता के केंद्रों की स्थापना का काम सौंपा है। तीन सीओई केंद्र तमिलनाडु, उड़ीसा और कर्नाटक राज्यों में लांच किए जा चुके हैं। आयोजन का समापन एसटीपीआई इंदौर के संयुक्त निदेशक एसएच अब्बास मेहदी ने किया।