Ayodhya Ram Mandir : मिथिला से श्रीराम के लिए आएगा पाग-पान-मखाना, स्वर्ण धनुष-बाण भी होगा अर्पित
Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान श्रीराम की ससुराल कहे जाने वाले बिहार के मिथिला से पाग, पान और मखाना तथा सोने से बना धनुष-बाण पहुंचाया जाएगा। इन उपहारों की व्यवस्था पटना का प्रसिद्ध महावीर मंदिर करेगा। महावीर मंदिर द्वारा भक्तों के लिए एक भव्य लंगर भी चलाया जाएगा।
महावीर मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव एवं भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी किशोर कुणाल ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भगवान राम अर्से बाद अपने घर वापस आ रहे हैं। इस शुभ अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए वह खुद महावीर मंदिर की तरफ से आगामी 15 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे और भगवान को मिथिला की परंपरा के मुताबिक नजराने के तौर पर पाग (पगड़ी) और पर्याप्त मात्रा में पान तथा मखाना भेंट करेंगे।
उन्होंने बताया कि मिथिला में ही भगवान राम द्वारा धनुष तोड़े जाने के बाद उनका माता सीता से विवाह हुआ था। इसके मद्देनजर महावीर मंदिर प्रबंधन ने रामलला को सोने से बना धनुष और बाण भी भेंट करने का फैसला किया है। यह भी 15 जनवरी को ही दिया जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार, राम की पत्नी माता सीता मिथिला की थीं। कुणाल ने बताया कि 15 जनवरी से एक महीने तक अयोध्या में महावीर मंदिर द्वारा भक्तों के लिए एक भव्य लंगर भी चलाया जाएगा। कुणाल ने बताया, उद्घाटन समारोह के लिए देशभर से अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए राम रसोई 15 जनवरी से 15 फरवरी तक सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक चलेगी।
उन्होंने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई के दौरान राम मंदिर के पक्ष में अहम साक्ष्य उपलब्ध कराने में महावीर मंदिर ने अहम भूमिका निभाई। कुणाल ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए महावीर मंदिर ने 10 करोड़ रुपए का योगदान देने का ऐलान किया था। उसमें से आठ करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं बाकी दो करोड़ रुपए की राशि उद्घाटन से पहले 15 जनवरी को दी जाएगी।
कुणाल के मुताबिक, राम मंदिर निर्माण के लिए अकेले किसी संगठन या व्यक्ति द्वारा दी गई यह सबसे बड़ी रकम है। अयोध्या में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला (भगवान राम के बाल स्वरूप) की प्राण-प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी को की जाएगी। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour