मुंबई। शिवसेना की स्थापना के 56 साल बाद पहली बार मुंबई में बुधवार को पार्टी के 2 प्रतिद्वंद्वी धड़ों के नेतृत्व में 2 दशहरा रैलियां आयोजित की जा रही हैं। राज्य में सरकार बदलने के बाद इसे दोनों खेमों के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे ने क्रमश: शिवाजी पार्क और एमएमआरडीए मैदान में अलग-अलग रैली को संबोधित किया। जानिए, रैली से जुड़ी पल-पल की जानकारी...
- उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा, वह कांग्रेस और एनसीपी की धुन पर नाचते रहे। कोर्ट से उन्हें शिवाजी पार्क तो मिल गया, लेकिन बाला साहब के विचार हमारे साथ हैं। शिंदे ने कहा, बेइमानी की होती तो इतना जनसमूह नहीं उमड़ता। 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद गद्दारी हुई।
- शिंदे ने कहा, राज्य के मतदाताओं के साथ बेइमानी हुई। मतदाताओं ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था, लेकिन उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी का दामन थाम लिया। गद्दारी तो महा विकास आघाड़ी बनाकर हुई। हम गद्दार नहीं, हम बाला साहब ठाकरे के शिवसैनिक हैं। हमने गद्दारी नहीं क्रांति की थी।
- एकनाथ शिंदे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, असली शिवसेना कहां है, इसका जवाब महाराष्ट्र को ही नहीं पूरे हिंदुस्तान को मिल गया होगा। शिवसेना का सामान्य कार्यकर्ता हूं। यहां मौजूद जनसमूह ने बाला साहब के वारिस का जवाब दिया है। अब वारिस को लेकर कोई सवाल नहीं पूछेगा।
- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा- शिंदे ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जय के साथ भाषण की शुरुआत की। उन्हें हिंदवी स्वराज्य संस्थापक कहा। बाला साहब ठाकरे को हिंदू हृदय सम्राट कहा। शिंदे ने मंच पर ही घुटने के बल बैठकर मौजूद लोगों के सामने माथा टेका।
- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्मिता ठाकरे और निहार ठाकरे को मंच पर बुलाया। उद्धव ठाकरे के दिवंगत भाई की पत्नी हैं स्मिता ठाकरे।
- उद्धव ठाकरे बोले, शिंदे सरकार सिर झुकाकर बैठी है। अमित शाह सरकार गिराने में लगे रहते हैं। देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है।
- उद्धव ठाकरे ने कहा, यह लोग महंगाई पर नहीं बोलते। पाकिस्तान को उसी की भाषा में उत्तर देना चाहिए। चीन ने हमारी जो जमीन ली है, उसे वापस लाकर दिखाइए। हम आपको सिर पर उठाकर नाचेंगे। महाराष्ट्र के सारे प्रोजेक्ट गुजरात जा रहे हैं।
- उद्धव ठाकरे बोले, हमने भाजपा को छोड़ा है हिंदुत्व को नहीं। भाजपा वाले हमें हिंदुत्व ना सिखाएं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, जिन्ना की कब्र पर किसने माथा टेका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा, नवाज शरीफ के घर कौन गया था।
- उद्धव ठाकरे ने कहा, यह लोग दूसरे के पिता के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इनके विचार भी खुद के नहीं हैं।
हमें हिंदुत्व सीखने की जरूरत नहीं। मैं कल भी हिंदू था, आज भी हिंदू हूं।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद ढाई ढाई साल के लिए सीएम तय हुआ था। मैं अपनी मां की शपथ लेकर कहता हूं,
यह लोग हमें काट रहे हैं। यह लोग शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं।
- उद्धव ठाकरे ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा, कटप्पा को शिवसैनिक कभी माफ नहीं करेंगे। भाजपा ने भी पीठ में खंजर घोंपा। मैं सिर्फ उद्धव नहीं उद्धव बाला साहब ठाकरे हूं।
- उद्धव ठाकरे ने कहा, यह मेरे शिवसैनिकों की गद्दी है। आपका प्यार मेरा सुरक्षा कवच है। वो कुछ समय के लिए गद्दी पर हैं, लेकिन गद्दारों को तो गद्दार ही कहेंगे। गद्दारों का दाग कभी नहीं धुल सकता। आज का रावण 50 खोखे का है। हम यहां किसी को किराए से नहीं लाए हैं।
- उद्धव ठाकरे ने पार्क में मौजूद सभी लोगों को हिंदू बंधुओं कहकर संबोधित किया और उनका अभिवादन किया।
- उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव ठाकरे भी एकनाथ शिंदे के मंच पर मौजूद।
- स्मिता ठाकरे और उद्धव के भतीजे निहार ठाकरे भी शिंदे के कार्यक्रम में पहुंचे।
- मंच से दशहरा रैली को संबोधित कर रहे हैं उद्धव ठाकरे।
- उद्धव ठाकरे शिवाजी पार्क पहुंचे।
- वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे भी मंच पर पहुंच चुके हैं।
- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवाजी पार्क में परंपरागत रैली में गरजेंगे। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि दोनों नेता शस्त्र पूजा के बाद रात करीब 8 बजे भाषण दे सकते हैं।
- शिवसेना के लोकसभा सांसद कृपाल तुमाने ने दावा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 2 सांसद और 5 विधायक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाले धड़े में शामिल होंगे।ये सांसद और विधायक शाम को शिंदे की दशहरा रैली में शामिल होंगे।
- दोनों ही गुट ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाकर साबित करने की कोशिश रहे हैं कि असली शिवसेना उन्हीं की है।
- एकनाथ शिंदे गुट असली शिवसेना होने का दावा कर रहा है, वहीं उद्धव ठाकरे अपने पिता के नाम पर पार्टी और निशान पर अधिकार का दावा कर रहे हैं।
- उद्धव ठाकरे के भतीजे निहार ठाकरे एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली में पहुंचे।
- समर्थकों को दशहरा रैलियों तक लाने के लिए करीब 5 हजार से अधिक बसें, कई छोटे पर्यटक वाहन, कारें और एक विशेष ट्रेन चलाई गई है।
- शिवसेना समर्थकों के लिए ठाणे में लगभग 2.5 लाख फूड पैकेट तैयार किए गए हैं।
- शिवसेना में जून के विद्रोह के बाद से मुख्यमंत्री शिंदे की यह पहली सार्वजनिक रैली है।
- रैलियों में लाखों समर्थकों के जुटने की संभावना है।
- रैली में दोनों दिग्गज नेता महज 5 किलोमीटर की दूरी पर समर्थकों को संबोधित करेंगे। बाहर से आ रही सभी वाहनों पर निगरानी रखी जा रही है।
- 56 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब दशहरा के दिन शिवसेना की 2 रैलियां अलग-अलग जगहों पर आयोजित हो रही है। इस रैली को दोनों ही खेमों के बीच शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।
- एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के कुछ विधायकों के जून में बगावत करने के बाद राज्य में उद्धव ठाकरे नीत महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी, तभी से दल 2 धड़ों में बंटा हुआ है।
- रैलियों के इसके चलते शहर की पुलिस ने शिवाजी पार्क और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
- ठाकरे और एकनाथ शिंदे के क्रमश: शिवाजी पार्क और एमएमआरडीए मैदान में अलग-अलग रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है।
- दोनों खेमों का दावा है कि उनकी रैली सफल होगी। उनके नेताओं ने मंगलवार को तैयारियों का जायजा भी लिया।
- रैलियों के मद्देनजर 3200 अधिकारी, 15200 पुलिसकर्मी, राज्य रिजर्व पुलिस बल के 1500 कर्मी, होमगार्ड के 1000 जवान, 20 त्वरित कार्रवाई दल तथा 15 बम रोधी दस्ते तैनात किए गए हैं।
- शिंदे गुट के मंच पर 51 फुट की तलवार लगाई गई है।
- एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर लिखा- मेरे बेटे, बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वो मेरे बेटे होंगे।