मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए कांग्रेस ने मांगी जगह, शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा मेरे पिता की याद क्यों नहीं आई?
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर कांग्रेस ने सरकार से जगह मांगी है। लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता के निधन के दौरान कांग्रेस ने ये जहमत क्यों नहीं उठाई। हाल ही में मनमोहन सिंह का निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। आज उनका दिल्ली के निगमबोध घाट पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। वहीं अब उनके स्मारक को लेकर हंगामा हो गया है। केंद्र सरकार ने स्मारक बनवाने को लेकर हामी भर दी है। सरकार ने ऐलान किया है कि वह स्मारक बनवाएगी। हालांकि स्मारक कहां बनेगा इसके लिए अभी जगह तय नहीं की गई है। विवाद में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एंट्री ली है।
गुमराह करने का आरोप भी लगाया था: शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक अलग स्मारक बनाने के प्रस्ताव की आलोचना की है। एक्स पर एक बयान में उन्होंने दावा किया कि जब अगस्त 2020 में उनके पिता और पूर्व भारतीय राष्ट्रपति का निधन हुआ तो कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) द्वारा शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। उन्होंने उस दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने का आरोप भी लगाया था। बता दें कि कांग्रेस ने कल CWC की बैठक बुलाई थी और बैठक में मनमोहन सिंह को श्रद्धंजलि दी गई थी।
क्या है पूरा विवाद : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने डॉ मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक बनाए जाने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की थी और आग्रह किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री का स्मारक बनाया जाए. इसे लेकर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था. वहीं जयराम रमेश ने मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, इससे पहले आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए, जहां उनकी विरासत को सम्मान देने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके
उन्होंने आगे अपने पोस्ट में लिखा-- हमारे देश के लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि भारत सरकार उनके अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए ऐसा स्थान क्यों नहीं ढूंढ पाई जो उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉर्ड और दशकों से देश के लिए उनकी अनुकरणीय सेवा के अनुरूप हो। यह भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है।
विवाद के बीच देर रात गृह मंत्रालय की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक मामले में एक विज्ञप्ति जारी किया गया। इसमें कहा गया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के स्मारक स्थल को लेकर केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को सुबह ही जानकारी दे दी गई थी। बयान में कहा गया कि सुबह कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी
Edited By: Navin Rangiyal