
3 नए विमान फ्रांस के इस्ट्रेस से गुजरात के जामनगर पहुंचे। इस यात्रा के दौरान फ्रेंच एयरफोर्स का मिड एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट साथ था।
इस यात्रा के लिए भारतीय वायुसेना के पायलटों को फ्रांस के सेंट दिजिएर एयरबेस में ट्रेनिंग दी गई।
भारतीय वायुसेना ने इस संबंध में ट्वीट किया है, राफेल विमानों की दूसरी खेप चार नवंबर, 2020 को फ्रांस से उड़ान भरने के बाद बिना ठहरे शाम 8:14 बजे भारत पहुंची।
पहली खेप में आए राफेल विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में शामिल किया गया। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 5 अक्टूबर को कहा था कि सभी 36 राफेल विमानों को 2023 तक सेना में शामिल कर लिया जाएगा।
भारतीय वायुसेना ने इस संबंध में ट्वीट किया है, राफेल विमानों की दूसरी खेप चार नवंबर, 2020 को फ्रांस से उड़ान भरने के बाद बिना ठहरे शाम 8:14 बजे भारत पहुंची।
पहली खेप में आए राफेल विमानों को 10 सितंबर को वायुसेना में शामिल किया गया। भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 5 अक्टूबर को कहा था कि सभी 36 राफेल विमानों को 2023 तक सेना में शामिल कर लिया जाएगा।
The second batch of three Rafale aircraft got airborne from Istres airbase in France and flew for over eight hours before landing at an IAF base. They covered a distance of over 3700 nautical miles with three in-flight refuellings.
pic.twitter.com/gHEixnMh2B