भोपाल। अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम में संशोधन के विरोध में गुरुवार को बंद के दौरान मध्यप्रदेश के अशोक नगर में जहां हजारों प्रदर्शनकारियों के रेलवे ट्रैक पर जमा होने के कारण कुछ ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर रोका गया, वहीं मुरैना में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प के बाद स्थितियां नियंत्रण में हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बंद को देखते हुए हरदा और खंडवा में कार और हेलीकॉप्टर से जनआशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक दोपहर करीब 12 बजे शाढ़ौरा में हजारों की संख्या में लोग बीना-कोटा रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए। इसके चलते यहां से गुजरने वाली करीब आधा दर्जन ट्रेनों को गुना और अशोकनगर स्टेशनों पर ही रोककर रखा गया है। लोगों को रेलवे ट्रैक से हटाने के लिए जिला मुख्यालय अशोकनगर से बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भेजा गया। कई आला अधिकारी घटनास्थल पर लोगों को समझाइश देने में जुटे हैं। दोपहर में जिला मुख्यालय पर भी बंद समर्थकों और प्रशासनिक अधिकारियों में हल्का विवाद हुआ।
प्रदर्शनकारी रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन देना चाहते हैं, जबकि प्रशासन धारा 144 लागू होने के कारण उन्हें ऐसा करने से रोक रहा था। 2 अप्रैल को दलितों के बंद के दौरान भारी हिंसा का सामना कर चुके चंबल संभाग के मुरैना जिले के दिमनी में भी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प और नारेबाजी की खबर है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी दिमनी थाने पहुंचे और वहां प्रदर्शन करने लगे। इसी दौरान उन्हें खदेड़ने के प्रयास में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच मामूली झड़प हुई।
कटनी में बंद के दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष कन्हैया तिवारी ने सत्तारुढ़ दल भारतीय जनता पार्टी की नीतियों का विरोध करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। भिंड में भी अज्ञात तत्वों ने पथराव करते हुए आगजनी का प्रयास किया, लेकिन समय रहते पुलिस ने इस प्रयास को निष्फल कर दिया। यहां पुलिस ने प्रदर्शन करने के दौरान भारतीय जनता पार्टी विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह के बेटे पुष्पेंद्र सिंह को हिरासत में लिया, पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।
रीवा में प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय सिरमौर चौराहे पर आगजनी का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस को उन पर हल्का लाठीचार्ज करते हुए बल प्रयोग करना पड़ा। रीवा में सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद हैं। राजधानी भोपाल में ज्यादातर बाजार बंद हैं और सड़कों पर भी शांति बनी हुई है। राजधानी के सभी सीबीएसई स्कूलों में गुरुवार को एहतियातन अवकाश घोषित कर दिया गया है। सुबह सड़कों पर कार्यालयीन समय पर वाहनों की कतार देखी गईं। हालांकि व्यावसायिक प्रतिष्ठान ज्यादातर स्वेच्छा से बंद रखे गए हैं। पेट्रोल पंप भी बंद रखे गए हैं।
अब तक राजधानी के किसी भी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में भी सभी बाजार स्वेच्छा से बंद रखे गए हैं। इंदौर में भी प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है। सागर में भी बाजार बंद रखे गए हैं। यहां भी प्रशासनिक अमला अतिरिक्त सुरक्षाबल के साथ सड़कों पर तैनात है। विदिशा से भारतीय जनता पार्टी विधायक कल्याण सिंह ठाकुर के घर का प्रदर्शनकारियों ने घेराव किया। हालांकि प्रदर्शनकारियों की बात पर भी विधायक कुछ भी कहने से बचते रहे। जिले की सभी तहसीलों में बाजार बंद हैं।
बंद के प्रति सर्वाधिक संवेदनशील भिंड, ग्वालियर, मुरैना और शिवपुरी में लगभग सभी बाजार बंद हैं। सभी स्थानों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। सार्वजनिक परिवहन भी बंद हैं। लोगों ने अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखी हैं। तीनों ही क्षेत्रों में 2 अप्रैल को हुए बंद के दौरान फैली हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए हैं। अतिरिक्त सुरक्षाबल सड़कों पर तैनात है। ग्वालियर और मुरैना में कल रात पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला।
इसी संभाग के श्योपुर में भी बाजार, सार्वजनिक परिवहन के साधन और स्कूल बंद रखे गए हैं। श्योपुर के स्थानीय विधायक दुर्गालाल विजय के घर के सामने कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया और उन्हें काले झंडे भी दिखाए। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा और सिवनी में भी लोगों ने स्वेच्छा से बाजार बंद रखे हैं। सभी स्थानों पर स्थितियां शांतिपूर्ण बनी हुई हैं।
प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले झाबुआ और अलीराजपुर में भी सवर्णों के बंद के दौरान सभी बाजार लगभग बंद हैं। करीब 85 प्रतिशत से ज्यादा आदिवासियों वाले इन दोनों जिलों में भी व्यावसायियों ने स्वेच्छा से बंद रखा है। दोनों ही स्थानों पर स्थितियां शांतिपूर्ण बनी हुई हैं। आदिवासी जिले शहडोल में भी बंद के दौरान स्थितियां सामान्य बनी हुई हैं।
रतलाम में भी बंद की स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। वहीं कटनी में भी समूचे बाजार बंद हैं। यहां कई लोगों ने सड़कों पर उतरकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। सतना में भी बंद शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। स्कूलों में भी बच्चों की मौजूदगी बहुत कम देखी गई। शिवपुरी में भी बाजार, पेट्रोल पंप, स्कूल सभी बंद हैं। रायसेन में कई स्थानों पर लोग सड़कों पर एकत्रित हुए, लेकिन तनाव जैसी कोई स्थिति पैदा नहीं हुई। प्रदेश के हरदा और खंडवा में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा है। इसके मद्देनजर दोनों ही स्थानों पर बंद को देखते हुए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं।
बंद और पिछले दिनों चौहान के रथ पर सीधी के चुरहट में पथराव की घटना को देखते हुए मुख्यमंत्री की आज की यात्रा हेलीकॉप्टर और कार से हो रही है। बंद के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल अपील की थी कि प्रदेश शांति का टापू है और इसे किसी की नजर न लगे। चौहान ने खरगोन जिले के भीकनगांव में जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश में सब मिलकर काम करें। कोई बात है तो शांति से कहें, ताकि अपने प्रदेश की शांति व्यवस्था, कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े। सभी समाजों को साथ में लिए आगे बढ़ते जाना है।