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Last Updated :कोलकाता , सोमवार, 2 सितम्बर 2024 (22:35 IST)

Big Breaking : कोलकाता कांड में CBI का बड़ा एक्शन, RG कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गिरफ्तार

protest in kolkata
कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई RG कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या के मामले में RG कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार किया गया है। तमाम विवादों के बीच संदीप घोष एक बार फिर सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई दफ्तर में पेश हुए।
मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को बलात्कार के बाद महिला डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। आरोपी सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय को वारदात के दूसरे दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है।

आरजी कर अस्पताल की एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले में घोष से सीबीआई के साल्ट लेक कार्यालय में 15वें दिन भी पूछताछ की गई। बाद में उन्हें यहां सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय ले जाया गया, जहां एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा का दफ्तर है। वहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। आरजी कर अस्पताल की वीभत्स घटना के बाद के परिदृश्य में यह दूसरी गिरफ्तारी हुई है। इस अस्पताल में यह घटना 24 दिन पहले हुई थी।
 
पहले, कोलकाता पुलिस के स्वयंसेवक संजय रॉय को प्रशिक्षु डॉक्टर की कथित बलात्कार के बाद हत्या के सिलसिले में कोलकाता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था और उसे सीबीआई के हवाले कर दिया गया था।
 
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आरजी कर अस्पताल में कथित विनियमितताओं की जांच राज्य द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के हाथों से लेकर सीबीआई को सौंप दी थी।
 
उच्च न्यायालय का यह निर्देश अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली की याचिका पर आया था।
 
अली ने घोष के प्राचार्य रहने के दौरान अस्पताल में वित्तीय अनियमितताएं होने की ईडी द्वारा जांच कराये जाने का अनुरोध किया था।
 
घोष फरवरी, 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य थे। उनका उस साल अक्टूबर में आरजी कर कॉलेज से तबादला कर दिया गया था लेकिन एक महीने के अंदर ही वह इसी अस्पताल में इस पद पर लौट आये थे। वह इस अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर की कथित बलात्कार के बाद हत्या कर दिये जाने तक अपने पद पर बने रहे थे।
 
अली ने इन अटकलों के बीच हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था कि क्या संस्थान में कथित व्यापक भ्रष्टाचार किसी भी तरह से आरजी कर की चिकित्सक की मौत से जुड़ा है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि प्रशिक्षु डॉक्टर को इसकी जानकारी रही हो और इससे मामले के उजागर होने का खतरा हो गया होगा।