कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर सब्जार अहमद भट को भारतीय सुरक्षाबलों ने शनिवार को मार गिराया है। बुरहान वानी को मार गिराने के बाद सुरक्षाबलों की यह दूसरी बड़ी सफलता है। हालांकि मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने इस कुख्यात आतंकवादी को अन्तत: ढेर कर ही दिया है।
-कौन है सब्जार भट?
25 साल के यह कश्मीरी युवक घाटी में 'सब डॉन' के नाम से भी कुख्यात था। इस पर 10 लाख रुपए का इनाम था।
7 जुलाई, 2016 में कुख्यात आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद भट को हिज्बुल का लोकल कमांडर बनाया गया।
सब्जार दक्षिण कश्मीर के त्राल का रहने वाला था और बुरहान वानी के बचपन का दोस्त भी था।
उसके पिता का नाम गुलाम हसन बट है।
बुरहान के भाई खालिद के 2015 में मारे जाने के बाद सब्जार हिज्बुल में शामिल हुआ।
कहा जाता है कि प्यार में नाकाम होने के बाद वह आतंकवादी बन गया था। लड़की के घरवालों ने उसके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
बुरहान वानी के अंतिम संस्कार वाले दिन उसे देखा गया था, लेकिन वह पथराव की आड़ लेकर वहां से फरार हो गया था।
सब्जार सीमा पार बैठे आकाओं के बारे में पूरी जानकारी रखता था। साथ ही उनके संपर्क में भी था।
माना जाता है कि सोशल मीडिया के माध्यम से घाटी में अशांति पैदा करने का विचार सब्जार का ही था।
सब्जार तब सुर्खियों में आया था, जब उसने एक सुरक्षाकर्मी से हथियार छीन लिया था। इस घटना के बाद उसे हिज्बुल में जगह मिली। इस घटना के बाद उसने कश्मीर के ही जंगलों में आतंकवाद की ट्रेनिंग ली थी।
सब्जार स्थानीय ग्राम सरपंचों और सुरक्षाबलों पर हुए कई हमलों में शामिल था।