सुनारिया जेल में ही राम रहीम को सुनाई जाएगी सजा, रोहतक में कड़ी सुरक्षा
चंडीगढ़। साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार दिए गए सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सीबीआई की विशेष अदालत 28 अगस्त को रोहतक की सुनारिया जिला जेल में ही सजा सुनाएगी।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने सुरक्षा तथा हिंसा जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के दृष्टिगत सीबीआई की पंचकूला अदालत को एक दिन के लिए सुनारिया जेल स्थानांतरित करने के आदेश दिए हैं जिसके तहत अब जेल में ही अस्थायी अदालत बनाई गई है और यहीं डेरा प्रमुख को सजा के ऐलान के समय पेश किया जाएगा।
सीबीआई के विशेष जज जगदीप सिंह 28 अगस्त को हेलिकॉप्टर से सुनारिया जेल पहुंचेंगे तथा वहीं डेरा प्रमुख को उक्त मामले में सजा सुनाएंगे। इससे पहले इसी अदालत ने डेरा प्रमुख को यौन शोषण मामले में गत 25 अगस्त को दोषी करार दिया था। इसके तत्काल बाद ही पुलिस ने डेरा प्रमुख को हिरासत में ले लिया था और हेलिकॉप्टर में रोहतक लेकर गई थी।
उधर डेरा प्रमुख को सोमवार को सजा का ऐलान होने के मद्देनजर जिला प्रशासन ने डेरा समर्थकों के आने की संभावनाओं के मद्देनजर जहां रोहतक की सभी सीमाओं के साथ ही सिरसा-रोहतक और हिसार-रोहतक राजमार्गों को पूरी तरह से सील कर दिया है। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर इन पर पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती और नाके बढ़ा दिए हैं।
रोहतक जिला प्रशासन ने पूरे जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है जिसके तहत पांच से अधिक लोगों के एकत्रित होने, सभा या रैली करने तथा लाठी, डंडा, तेज धारदार हथियार और अग्नेय अस्त्र लेकर चलने पर पाबंदी रहेगी।
जिला उपायुक्त अतुल कुमार का कहना है कि रोहतक में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है तथा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। इसके साथ ही लोगों से किसी बहकावे में नहीं आने तथा बिना किसी उदेश्य से रोहतक न आने की अपील की गई है।
उन्होंने कहा कि आने वाले हर व्यक्ति की जगह-जगह पर जांच की जा रही है और इस दौरान अगर कोई व्यक्ति अपनी पहचान और रोहतक आने का उद्देश्य स्पष्ट नहीं कर पाया तो उसे हिरासत में ले लिया जाएगा। पुलिस ने अब तक सात लोगों को हिरासत में लिया है। जिले में अनेक जगहों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। यहां अर्धसैनिक बलों की दस टुकड़ियां तैनात की गई हैं इनमें से छह जिले की सीमा पर और शेष जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात हैं।
राज्य पुलिस के आठ पुलिस उपाधीक्षक भी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा की कमान संभाले हुए हैं। उन्होंने लोगों से अफवाह अथवा किसी बहकावे में भी न आने की अपील की है।
उपायुक्त के अनुसार जिले में सेना के 18 कॉलम बुलाए गए हैं जो संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करेंगे। इसके अलावा गांवों में ठीकरी पहरा लगाने को कहा गया है जहां स्वस्थ नौजवान गांवों में स्थित सरकारी अथवा सामुदायिक संस्थानों की सुरक्षा करेंगे। (वार्ता)