गहलोत के भाई के परिसरों पर छापेमारी : मोदी के 'रेडराज' से नहीं डरेगी राजस्थान की जनता- कांग्रेस
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस व अन्य परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि उनके 'रेडराज' से राजस्थान की जनता डरने वाली नहीं है और इस तरह की कार्रवाई से राज्य की कांग्रेस सरकार नहीं डिगेगी।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपने इस देश में 'रेडराज' पैदा किया हुआ है। आपके इस 'रेडराज' से राजस्थान डरने वाला नहीं। आपके 'रेडराज' से राजस्थान की आठ करोड़ जनता घबराने वाली नहीं है।अधिकारियों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने उर्वरक घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री के भाई के परिसरों तथा देश में कई अन्य स्थानों पर छापे मारे।
सुरजेवाला ने कहा, जैसे ही भाजपा का राजस्थान चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र शुरू हुआ तभी से केंद्र सरकार की ओर से आयकर, ईडी व सीबीआई से इस तरह के काम करवाए जा रहे हैं। जब वे इन सारे हथकंडों में फैल हो गए तो यह छापेमारी का काम कर रहे हैं।
सुरजेवाला के अनुसार अग्रसेन गहलोत का कसूर केवल इतना है कि वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई हैं। वे न राजनीति में हैं, न उनका राजनीति से सरोकर है। सुबह से केंद्रीय सशस्त्र बल के साथ ईडी उनके घर छापे मार रही है।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा लगातार राजस्थान की चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र कर रही है। ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स को केंद्र की भाजपा सरकार के अग्रिम संगठन बताते हुए उन्होंने कहा, जब भाजपा का संगठन विफल हो जाता है, पार्टी विफल होती है, पार्टी नेतृत्व विफल हो जाता है तो ईडी इनकम टैक्स व सीबीआई आगे आ जाते हैं।
लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान के बहादुर विधायक डरने वाले नहीं।सुरजेवाला ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से राजस्थान की जनता, यहां के विधायक व मुख्यमंत्री डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्रवाइयों से राज्य की गहलोत सरकार अस्थिर नहीं होगी। इसके साथ ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा है।
सुरजेवाला ने कहा, हमारी मांग है कि आदित्यनाथ अगर उत्तर प्रदेश के नागरिकों की रक्षा करने में अक्षम हैं, जैसा साफ साबित हो रहा है तो उन्हें अपनी गद्दी पर बैठे रहने का अधिकार नहीं, ऐसे मुख्यमंत्री को उन्हें खुद-ब-खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।(भाषा)