नीमच। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जमानत मिल गई है। टीवी खबरों के मुताबिक कांग्रेस उपाध्यक्ष को पुलिस फायरिंग में मृत किसानों के परिवारों से भी मिलने की इजाजत मिल गई है। इससे पहले पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों के पीड़ित परिवारों मिलने जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। राहुल गांधी के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और जदयू नेता शरद यादव भी थे।
इसके पहले गांधी ने मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार अमीरों के लिए काम करने वाली और किसान विरोधी है। बडे उद्योगपतियों के हजारों करोड़ के ऋण माफ कर दिए गए और किसानों के लिए सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें मध्यप्रदेश में भी किसानों से मिलने से रोका जा रहा है, इसी तरह का व्यवहार उत्तरप्रदेश में भी किया गया था। मध्यप्रदेश पुलिस को चकमा देने के लिए राहुल गांधी अंतिम समय प्लान बदलकर कार से उतरकर बाइक द्वारा छोटे रास्ते से जा रहे थे। सभी कांग्रेसी नेता पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने जा रहे थे। बुधवार को उन्होंने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से इसकी अनुमति भी मांगी, लेकिन नहीं मिली है।
उनकी आगवानी के लिए पूर्व सांसद महेंद्र सिंह कालूखेड़ा, मीनाक्षी नटराजन और विधायक आरके दोगने भी रमावली पहुंचे थे। इस बीच मंदसौर गोलीकांड को लेकर सरकार ने मंदसौर कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह और एसपी ओपी त्रिपाठी को हटा दिया है।