पल-पल पैंतरे बदलता पाकिस्तान : जिंदा है आतंकी मसूद अजहर, कर रहा है आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध का दिखावा
इस्लामाबाद। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने पीओके में छुपे आतंकियों का खात्मा कर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे दिया है कि अब आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा। विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई को दुनिया के सामने दिखाकर पाकिस्तान शांति का संदेश देने की नौटंकी करने लगा, लेकिन पाकिस्तान पल-पल पैंतरे बदल रहा है। इसी बीच रविवार को यह अफवाह फैली कि जैश के मुखिया मसूद अजहर की मौत हो चुकी है, लेकिन कुछ घंटों बाद पाकिस्तानी मीडिया में खबर आई कि मसूद अजहर जिंदा है।
आतंकियों के खिलाफ एयर स्ट्राइक से घबराया पाक अब अपने यहां पल रहे आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध का दिखावा कर रहा है। पाकिस्तान के पंजाब राज्य के एक मंत्री फय्याज उल हसन चौहान का कहना है कि मसूद अजहर जिंदा है, सरकार को उसकी मौत के बारे में खबर नहीं है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान जबरदस्त दबाव में है। यही कारण है कि उसकी तरफ से हर दिन नए बयान सामने आ रहे हैं।
पुलवामा आतंकी हमले के महज 12 दिन बाद भारत ने एयर स्ट्राइक के जरिए पीओके और बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया। इस हमले की खास बात यह थी कि इसने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ठिकाने को तबाह कर आतंकी संगठन की कमर तोड़ दी। इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के दो भाई और उसका साला मारा गया था।
दबाव में किया प्रतिबंध का ऐलान : भारत और दुनिया के दबाव को देखते हुए पाकिस्तान ने मास्टरमाइंड हाफिज सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और इसकी इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की घोषणा की थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। इन आतंकी संगठनों को इन्हें निगरानी संगठनों की सूची में रखा गया है। पाकिस्तान सरकार के राष्ट्रीय आतंकवाद रोधी प्राधिकरण (एनसीटीए) की वेबसाइट के मुताबिक, जेयूडी और एफआईएफ संगठन आतंकवाद रोधी अधिनियम 1997 की दूसरी अनुसूची की धारा 11-डी-(1) के तहत गृह मंत्रालय की निगरानी में हैं।
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने 21 फरवरी को कहा था कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के दौरान दोनों संगठनों पर प्रतिबंधित करने का फैसला किया गया है। जेयूडी को लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन माना जाता है। जेयूडी ने मुंबई में 2008 में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसमें 166 लोगों की मौत हुई थी। जमात-उद-दावा को अमेरिका ने जून 2014 में विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित था।
अभिनंदन की रिहाई से शांति की नौटंकी : बालाकोट में भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बौखला गया। एयर स्ट्राइक के एक दिन बाद पाक के लड़ाकू विमान एफ-16 ने भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश की, लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई में मिग-21 बाइसन ने एक एफ-16 को मार गिराया। दुर्भाग्यवश एक भारतीय पायलट अभिनंदन वर्तमान पाक सीमा में दाखिल हो गए, लेकिन भारत की कूटनीति के आगे पाकिस्तान नतमस्तक हुआ और मजबूर होकर उसे अभिनंदन को रिहा करना पड़ा। रिहाई को लेकर उसने दिखावा किया कि वह शांति चाहता है।