इसलिए रामलला के दर्शन नहीं किए प्रियंका गांधी वाड्रा ने
अयोध्या। लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही मंदिरों में दर्शन करने जा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा अयोध्या में रामलला के दर्शन करने नहीं गईं। हालांकि इसके पीछे उन्होंने वजह बताई कि अयोध्या का मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है, इसीलिए वे रामलला के दर्शन करने नहीं गईं।
अयोध्या दौरे पर गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा कि मुकदमे के चलते ही वे रामलला के दर्शन करने नहीं गईं। वाराणसी से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वे चुनाव लड़ लेंगी।
मोदी को बताया तानाशाह : नरेन्द्र मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में जनता की आवाज को दबाया गया है और विरोध जताने वालों पर लाठियां भांजी गई है।
फैजाबाद संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी डॉ. निर्मल खत्री के प्रचार की कड़ी में आयोजित नुक्कड़ सभा में भारी भीड़ से गदगद पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी ने कहा कि देश में जीएसटी और नए कानून लागू हो जाने से उद्योग-धंधे बंद हो गए हैं, जिससे जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। जनता की पीड़ा कोई सुनने वाला नहीं है। केन्द्र सरकार ने सबको धोखा दिया है और यह किसान विरोधी सरकार साबित हुई है।
योगी सरकार की खिल्ली उड़ाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है। सड़कें अभी भी गड्ढे से मुक्त नहीं हुई हैं। देश में नौजवान बेरोजगार हैं। भाजपा की सरकार ने नौकरियां भी नहीं दीं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अमेरिका, जापान जैसे विभिन्न देशों में तो घूमते रहते हैं, लेकिन अपने देश के गांव में कभी नहीं घूमे। उनको क्या पता है कि गांव कैसा होता है, जबकि ज्यादा संख्या में गरीब परिवार गांव में रहता है। मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव में वादा किया था कि सभी के खाते में 15 लाख रुपए डाले जाएंगे, लेकिन उसका अब तक अता-पता नहीं है।
मोदी का भाषण ही लंबा-चौड़ा होता है : श्रीमती वाड्रा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सिर्फ प्रचार ही लम्बा-चौड़ा होता है। मैंने सोचा था कि कुछ काम भी करते होंगे, लेकिन यहां तो देख रही हूं कि कोई काम नहीं हुआ है। दरअसल, भाजपा सरकार का दिल काला है। केन्द्र सरकार उद्योगपतियों को अमीर बनाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय मनरेगा योजना बनाई थी और वह बहुत ढंग से चालू भी हुई जिससे काफी हद तक गरीबी भी दूर हुई, लेकिन विपक्ष में बैठकर उस समय भाजपा ने विरोध भी किया था और छह-छह महीने में इनके सरकार में मनरेगा का पैसा रोका गया है। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार आपका रोजगार छीन कर ठेकेदारों को दे रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। कांग्रेस की सरकार बनने पर 72 हजार रुपए सालाना से गरीबों को लाभ होगा। न्यूनतम आय की गारंटी लाएंगे।