नई दिल्ली। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसका जवाब दिया। प्रधानमंत्री ने झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना से लेकर बिहार में चमकी बुखार पर पहली बार बयान दिया। जानिए भाषण की बड़ी बातें...
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि झारखंड में लिंचिंग ने मुझे दुखी किया है। झारखंड में भीड़ द्वारा पीट-पीट कर एक युवक की जान लेने की घटना दुखद है, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन इसके लिए पूरे प्रदेश पर आरोप लगाना सही नहीं है, इसने दूसरों को भी दुखी किया है। राज्यसभा में कुछ लोग झारखंड को लिंचिंग का केंद्र कह रहे हैं। क्या यह उचित है? वे पूरे राज्य का अपमान क्यों कर रहे हैं। हममें से किसी को भी झारखंड राज्य का अपमान करने का अधिकार नहीं है। वहां भी सज्जनों की भरमार है। हिंसा चाहे झारखंड में हो, पश्चिम बंगाल में हो या केरल में हो, हिंसा से निपटने का तरीका समान होना चाहिए।
2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में चमकी बुखार पर कहा कि यह हमारे लिए दुख की बात है, विफलताओं में से एक है। इसे गंभीरता से लेना होगा। हम इसकी तरफ ध्यान दे रहे हैं। मैं राज्य सरकार के संपर्क में हूं। राज्य सरकार से मिलकर काम कर रहे हैं। पोषण, टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है।
3. मोदी ने कहा कि राजीव गांधी ने असम समझौते में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) को स्वीकार किया था, हमारे लिए यह वोट बैंक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।
4. मोदी ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों में जिन लोगों के नाम शामिल थे, वे (कांग्रेस) पार्टी में वरिष्ठ पदों पर, संवैधानिक पदों पर रहे।
5. टिकट से वंचित रहे विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोग वे भी थे जिन्हें मैदान में जाने का मौका नहीं मिला। वह गुस्सा जो वहां निकलना था, वह यहां निकाला गया।
7. मोदी ने कहा कि क्या आप पुराना भारत चाहते हैं जहां मंत्रिमंडल के फैसलों को संवाददाता सम्मेलन में फाड़ा जाता था और रक्षा संपत्ति पर पिकनिक मनाई जाती थी।
8. मोदी ने कहा कि ऐसे अवसर बहुत कम आते हैं जब चुनाव स्वयं जनता लड़ती है। 2019 का चुनाव दलों से परे देश की जनता लड़ रही थी। भाजपा की जीत को लोकतंत्र तथा देश की हार बताना लोकतंत्र का अपमान है। कांग्रेस हारी तो देश हार गया। देश यानी कांग्रेस, कांग्रेस यानी देश। अहंकार की एक सीमा होती है। जो लोग आत्मावलोकन करने के लिए तैयार नहीं हैं, वे अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ रहे हैं। आप जीत को पचा नहीं सकते और हार को स्वीकार नहीं कर सकते।
9. प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग एकसाथ चुनाव कराने के लिए पर्याप्त रूप से समझदार हैं और इसका उदाहरण ओडिशा है, जहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव में विभिन्न दल विजयी हुए।
10. मोदी ने कहा कि हमारा मानना है कि अगर सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो जम्मू कश्मीर की समस्या होती ही नहीं। सरदार पटेल कांग्रेस नेता थे, पार्टी को कम से कम एक बार तो (गुजरात) जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करना चाहिए।
11. देश का किसान बिकाऊ है। दो-दो हजार रुपए की योजना के कारण किसानों के वोट खरीद लिए गए। ऐसी बात कहकर देश के करीब 15 करोड़ किसान परिवारों को अपमानित किया गया है।
12. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'न्यू इंडिया' पर सवाल उठाने को लेकर विपक्ष पर हमला बोला और कहा कि देश को निराशा की ओर धकेलने का पाप नहीं करें। टुकड़े-टुकड़े गैंग को समर्थन करने वाला ओल्ड इंडिया चाहिए क्या? क्या जल, थल और नभ में भ्रष्टाचार वाला ओल्ड इंडिया चाहिए?
13. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए राज्यसभा में गालिब के कथन कहे- ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और आइना साफ करता रहा।