• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. PM Modi says, opposition is missleading farmers
Written By
Last Modified: मंगलवार, 29 सितम्बर 2020 (14:26 IST)

मोदी का विपक्ष पर निशाना, ये लोग न किसानों के साथ हैं न जवानों के

मोदी का विपक्ष पर निशाना, ये लोग न किसानों के साथ हैं न जवानों के - PM Modi says, opposition is missleading farmers
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों विशेषकर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए मंगलवार को कहा कि ये लोग किसानों, नौजवानों और वीर जवानों के साथ नहीं हैं तथा सिर्फ विरोध के लिए ‘विरोध’ करने के कारण अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।
 
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से नमामि गंगे मिशन के तहत हरिद्वार, ऋषिकेश और बद्रीनाथ में 6 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा कि आज ये लोग फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर भी भ्रम फैला रहे हैं। देश में एमएसपी भी रहेगा और किसान को देश में कहीं भी फसल बेचने की आजादी भी रहेगी।
 
लेकिन, ये आजादी कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। वर्षों तक एमएसपी लागू करने की बात की जाती रही, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। उनकी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की इच्छा के अनुसार ही एमएसपी लागू किया है।
 
उन्होंने कहा कि आज जब केंद्र सरकार किसानों को उनके अधिकार दे रही है तो उसका विरोध किया जा रहा है। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। उन्होंने कहा कि जिन उपकरणों की किसान पूजा करते हैं उसे आग लगाकर किसानों को अपमानित किया जा रहा हैं।
 
प्रधानमंत्री ने सेना की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना के पास राफेल विमान आए और उसकी ताकत बढ़े इसका भी वे ‘लोग’ विरोध करते रहे। लेकिन खुशी है कि आज राफेल से भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ रही है। अंबाला से लेकर लेह तक उसकी गर्जना भारतीय जांबाजों का हौसला बढ़ा रही हैं। वायुसेना लंबे समय तक कहती रही कि उसे आधुनिक लड़ाकू विमान चाहिए, लेकिन उनकी बात को अनसुना किया गया। केन्द्र ने सीधे फ्रांस सरकार से राफेल लड़ाकू विमान का समझौता कर लिया तो इन्हें फिर दिक्कत हुई।
 
मोदी ने कहा कि देश के किसानों, श्रमिकों और स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं। इन सुधारों से श्रमिक, नौजवान, महिला और किसान का सशक्तीकरण होगा। पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया है। पहले उच्चतम न्यायालय में राम मंदिर का विरोध किया गया फिर भूमिपूजन का विरोध करने लगे। उन्होंने कहा कि हर बदलती हुई तारीख के साथ विरोध के लिए विरोध करने वाले ये लोग अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें
अमेरिका में अस्पताल श्रृंखला पर हुआ Cyber attack , ऑनलाइन की जगह कागजों का करना पड़ा इस्तेमाल