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Last Modified: मंगलवार, 7 जनवरी 2020 (19:46 IST)

निर्भया मामला, देर से आया स्वागत योग्य फैसला

निर्भया मामला, देर से आया स्वागत योग्य फैसला - Nirbhaya case
नई दिल्ली। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा निर्भया मामले के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने के फैसले का चौतरफा स्वागत हुआ है। वहीं, इस बात की कसक भी है कि 2012 में हुई दरिंदगी की इस घटना का फैसला आने में देरी हुई है। 
 
कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि हम इसका स्वागत करते हैं। निर्भया के माता-पिता ने सात साल तक संघर्ष किया है और उन्हें हम सलाम करते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मामले में न्याय में देरी हुई है। न्याय में देरी का मतलब न्याय से वंचित होना होता है।
 
निर्भया मामले में अदालत के फैसले के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि महिलाओं के साथ बदसलूकी करने वाले लोगों को इससे सबक मिलेगा कि वे बच नहीं सकते।
 
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरा देश निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने का इंतजार कर रहा है, यह कानून की जीत है।
 
बॉलीवुड सिंगर हर्षदीप कौर ने ट्‍वीट कर कहा कि इस खबर को पढ़कर शांति मिली। निर्भया केस के चारों आरोपियों को 22 जनवरी को फांसी की सजा दी जाएगी। आखिरकार इंसाफ हो ही गया। हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने भी फैसले का स्वागत किया है। 
 
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि यह फैसला देश की सभी निर्भयाओं की जीत है। मैं निर्भया के माता-पिता को सैल्यूट करती हूं जो पिछले 7 सालों से न्याय के लिए लड़ रहे थे। पंजाब महिला आयोग की प्रमुख मनीषा गुलाटी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि मैं इसका सम्मान करती हूं। 
 
 
गौरतलब है कि निर्भया कांड के दोषियों के लिए सजा पर आखिरकार मुहर लग गई। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों के डेथ वारंट को मंजूरी दे दी है और तिहाड़ जेल में 22 जनवरी सुबह 7 बजे उन सब को फांसी दी जाएगी।
 
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