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Written By WD Feature Desk
Last Modified: गुरुवार, 9 जनवरी 2025 (08:42 IST)

जानिए क्या अंतर होता है खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य पुरस्कार में

जानिए क्या अंतर होता है खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य पुरस्कार में - National Sports Awards India
National Sports Awards India


National Sports Awards India: भारत सरकार द्वारा खेल जगत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों और कोचों को सम्मानित करने के लिए कई पुरस्कार दिए जाते हैं। खेल जगत के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का अभूतपूर्व प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को ये पुरस्कार शासन द्वारा उन्हें सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं। इनमें से सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य पुरस्कार शामिल हैं। आइए जानते हैं इन तीनों पुरस्कारों के बारे में विस्तार से और समझते हैं किन्हें दिए जाते हैं ये पुरस्कार और क्या है इनकी प्रक्रिया।

खेल रत्न पुरस्कार
  • क्या है: खेल रत्न पुरस्कार भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। यह पुरस्कार किसी भी खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है।
  • पात्रता: इस पुरस्कार के लिए खिलाड़ी को पिछले चार वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहिए।
  • महत्व: खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होती है। यह पुरस्कार खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाता है।
 
अर्जुन अवॉर्ड
  • क्या है: अर्जुन अवॉर्ड भारत का दूसरा सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। यह पुरस्कार किसी भी खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है।
  • पात्रता: इस पुरस्कार के लिए खिलाड़ी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहिए।
  • महत्व: अर्जुन अवॉर्ड प्राप्त करना किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। यह पुरस्कार खिलाड़ी को प्रोत्साहित करता है कि वह और भी बेहतर प्रदर्शन करे।
 
द्रोणाचार्य पुरस्कार
  • क्या है: द्रोणाचार्य पुरस्कार खेल कोचों को दिया जाता है। यह पुरस्कार उन कोचों को दिया जाता है जिन्होंने अपने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रशिक्षित किया हो।
  • पात्रता: इस पुरस्कार के लिए कोच को कम से कम 20 साल का अनुभव होना चाहिए और उसने अपने खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता दिलाई हो।
  • महत्व: द्रोणाचार्य पुरस्कार एक कोच के लिए सबसे बड़ा सम्मान होता है। यह पुरस्कार कोच को प्रोत्साहित करता है कि वह और भी बेहतर कोच बनें।
 
पुरस्कारों की प्रक्रिया
  • नामांकन: इन पुरस्कारों के लिए नामांकन खेल संघों, खेल मंत्रालय और अन्य संबंधित संगठनों द्वारा किया जाता है।
  • चयन: एक चयन समिति इन नामांकनों की समीक्षा करती है और पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है।
  • पुरस्कार वितरण: पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रपति द्वारा एक विशेष समारोह में पुरस्कार दिए जाते हैं।
खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य पुरस्कार भारत के सबसे प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार हैं। ये पुरस्कार खिलाड़ियों और कोचों को प्रेरित करते हैं और उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।