शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Mann ki Baat Prime Minister Narendra Modi Rahul Gandhi NEET JEE
Written By
Last Modified: रविवार, 30 अगस्त 2020 (14:53 IST)

NEET- JEE की परीक्षा की बजाय PM मोदी ने की खिलौने पर चर्चा : राहुल गांधी

NEET- JEE की परीक्षा की बजाय PM मोदी ने की खिलौने पर चर्चा : राहुल गांधी - Mann ki Baat  Prime Minister Narendra Modi Rahul Gandhi NEET JEE
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। 'मन की बात' को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
 
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘देश में NEET और JEE की परीक्षा देने वाले चाहते हैं प्रधानमंत्री उनके साथ ‘परीक्षा पर चर्चा’ करें, लेकिन प्रधानमंत्री ने देश के लोगों के साथ ‘खिलौने पे चर्चा’ की।
कोरोना महामारी को देखते हुए देशभर में NEET और JEE परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग हो रही है। राहुल गांधी, मनीष सिसोदिया समेत कई नेताओं ने कोरोना के इस माहौल में परीक्षा करवाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
 
‘मन की बात’ की 68वीं कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय खिलौनों की समृद्ध भारतीय परंपरा की विस्तृत चर्चा करते हुए मन की बात कार्यक्रम में स्टार्टअप एवं नए उद्यमियों से खिलौना उद्योग से बड़े पैमाने पर जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब स्थानीय खिलौनों के लिए आवाज बुलंद करने का वक्त आ गया है। विश्व खिलौना उद्योग 7 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक का है लेकिन इसमें भारत की हिस्सेदारी बहुत कम है।
खिलौनों की विरासत, परंपरा और विविधता की याद दिलाते हुए मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी युवा आबादी होने के बावजूद खिलौनों के बाजार में भारत की हिस्सेदारी इतनी कम होना अच्छा नहीं लगता। उन्होंने कहा कि खिलौना उद्योग बहुत व्यापक है। गृह उद्योग हो, छोटे और लघु उद्योग हों, बड़े उद्योग या निजी उद्यमी, सभी इसके दायरे में आते हैं. इसे आगे बढ़ाने के लिए देश को मिलकर मेहनत करनी होगी।
 
प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप और नए उद्यमियों से खिलौना बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि अब सभी के लिए लोकल खिलौनों के लिए वोकल होने का समय है। आइए, हम अपने युवाओं के लिए कुछ नए प्रकार के, अच्छी गुणवत्ता वाले खिलौने बनाते हैं। खिलौना वो हो जिसकी मौजूदगी में बचपन खिले भी, खिलखिलाए भी। हम ऐसे खिलौने बनाएं, जो पर्यावरण के भी अनुकूल हों। (इनपुट भाषा)
ये भी पढ़ें
देखें मध्यप्रदेश की बाढ़ की भयावहता को बयां करती 10 तस्वीरें..